कारों की कीमतों में 3 से 5 फीसदी तक हो सकती है बढ़ोतरी
नई दिल्ली:
Cars prices : अगर आप नई कार खरीदने की सोच रहे हैं तो दिसंबर में ही इसे बुक करना समझदारी भरा फैसला हो सकता है. टाटा मोटर्स (Tata Motors), होंडा (Honda Motors) और रेनो (Reno) जैसी कंपनियों ने लागत में बढ़ोतरी को देखते हुए जनवरी से अपनी कारों की कीमतें बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं. मारुति सुजुकी और लग्जरी कार कंपनी ऑडी व मर्सिडीज बेंज अगले महीने से अपने वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा पहले ही कर चुकी हैं. मारुति (Maruti Suzuki) का कहना है कि जनवरी 2022 से कारों के दाम बढ़ेंगे. अलग-अलग मॉडलों के दामों में बढ़ोतरी भिन्न होगी. वहीं मर्सिडीज-बेंज ने कहा है कि उसके चुनिंदा मॉडलों के दाम दो प्रतिशत तक बढ़ जाएंगे.दूसरी ओर ऑडी (Audi) ने 1 जनवरी 2022 से पूरे मॉडल रेंज की कीमतों में 3 प्रतिशत तक की वृद्धि का ऐलान किया है.कीमत वृद्धि के बारे में संपर्क करने पर टाटा मोटर्स के अध्यक्ष (पैसेंजर वहिकल सेगमेंट) शैलेश चंद्रा ने कहा कि जिंसों के दाम, कच्चे माल और अन्य लागतों में लगातार बढ़ोतरी हुई है. इस कारण वाहन कंपनियों कीमतों में इजाफे को और ज्यादा वक्त तक नहीं रोक सकतीं.' टाटा मोटर्स घरेलू बाजार में पंच, नेक्सॉन और हैरियर जैसे वाहनों की बेचती है. होंडा कार्स इंडिया ने भी कहा है कि वो कारों की कीमतों में वृद्धि पर विचार कर रही है. कंपनी ने कहा कि जिंसो समेत कई वजहों से उत्पादन लागत पर गंभीर प्रभाव पड़ा है. कंपनी देख रही है कि इसमें से कितना बोझ खुद सह सकती है. सिटी और अमेज जैसे ब्रांड बेचने वाली होंडा मोटर्स ने अगस्त 2021 में भी अपने वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी की थी. रेनो ने कहा है कि वो जनवरी से वहिकल रेंज में पर्याप्त इजाफे पर विचार कर रही है. वो भारत में क्विड, ट्राइबर और काइगर जैसे मॉडल बेचती है. कंपनियों का कहना है कि पिछले एक साल में इस्पात, एल्युमीनियम, तांबा, प्लास्टिक और कीमती धातुओं जैसे आवश्यक जिंसों की कीमतों में भारी वृद्धि के कारण वाहन कंपनियों को दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं. परिवहन की लागत भी बढ़ी है जिससे वाहन कंपनियों पर असर पड़ा है.
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