रिपुदमन सिंह मलिक हत्याकांड में कनाडा पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. वहां की स्थानीय मीडिया सीबीसी न्यूज के अनुसार, 21 वर्षीय टान्नर फॉक्स और 23 वर्षीय जोस लोपेज को मामले में आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि ब्रिटिश कोलम्बिया के सर्रे में गत 15 जुलाई को मलिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मलिक और सह-आरोपी अजायब सिंह बागरी को इस मामले में हत्या और षड्यंत्र रचने के आरोपों से 2005 में बरी कर दिया गया था. इस बम कांड में 331 व्यक्तियों की मौत हो गई थी.
रॉयल कनाडियन माउंटेन पुलिस (आरसीएमपी) के सेवानिवृत्त उपायुक्त गैरी बास ने मलिक की हत्या पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हत्या के पीछे कई मकसद हो सकते हैं.''
बास ने अखबार ‘टोरंटो सन' से कहा, ‘‘मैं अभी मलिक से संबंधित जांच के बारे में नहीं जानता, लेकिन इतना कह सकता हूं कि जब मैं कार्यरत था कि वह कई गतिविधियों में शामिल रहे, जिसकी वजह से अन्य लोगों के साथ उनका टकराव हुआ होगा.''
मलिक हाल में गुरु ग्रंथ साहिब को भारत के बाहर छापने के संबंध में धार्मिक आदेश का उल्लंघन करने को लेकर विवादों में रहे थे. हालांकि, कई सूत्रों ने यह भी कहा कि मलिक का पिछले कुछ वर्षों से कई लोगों के साथ विवाद चल रहा था.
मार्च 2005 में, मलिक और बब्बर खालसा के उनके सहयोगी अजैब सिंह बागरी को ब्रिटिश कोलंबिया सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश ने कनाडा के सबसे भीषण आतंकी हमले में हत्या और साजिश के आरोपों से बरी कर दिया था.
मलिक और बागरी पर ब्रिटिश कोलंबिया के चरमपंथियों के एक छोटे समूह की साजिश का हिस्सा होने का आरोप लगा था, जिन्होंने वैंकूवर हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाली दो उड़ानों में सूटकेस में बम रखे थे.
वैंकूवर के हवाई अड्डे पर एक विमान में सूटकेस में बम ले जाया गया था, जिसे फिर टोरंटो में एअर इंडिया विमान-182 में पहुंचाया गया. विमान 23 जून, 1985 को आयरलैंड तट पर अटलांटिक महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 24 भारतीयों सहित 329 लोग मारे गए थे.
एक अन्य बम को भी एअर इंडिया के जापान जाने वाले विमान में लगाए जाने का षड्यंत्र रचा गया था, लेकिन उसमें तोक्यो के नरिता हवाईअड्डे पर विस्फोट हो गया थाय इसमें दो लोगों की मौत हो गई थी.