मिजोरम (Mizoram) में सात नवंबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान रविवार शाम चार बजे समाप्त हो गया और इस पूरे एक महीने की अवधि के दौरान कानून व्यवस्था की कोई समस्या सामने नहीं आई. अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल लियानजेला ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अब मतदान संपन्न होने तक, राजनीतिक दलों द्वारा किसी भी प्रकार का चुनाव प्रचार, जनसभा, संवाददाता सम्मेलन करने, साक्षात्कार देने, मीडिया में परिचर्चा करने पर कड़ी पाबंदी रहेगी.
उन्होंने कहा कि राज्य में 1,276 मतदान केंद्रों में 149 सुदूर मतदान केंद्र हैं, जबकि अंतरराज्यीय एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा के आसपास के करीब 30 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूरे राज्य में तथा अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है क्योंकि म्यांमार के साथ 510 किलोमीटर और बांग्लादेश से लगी 318 किमी लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा खुली हुई है.
अधिकारी ने बताया कि कम से कम 3,000 पुलिस कर्मियों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के 5,400 कर्मियों को चुनावों के लिए तैनात किया गया है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल और किरेन रिजिजू ने भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार किया. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वन्लालहमुआका ने कहा कि पार्टी छह से आठ सीट जीतेगी.
कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी, जयराम रमेश और शशि थरूर ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार किया.
मिजोरम की 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए सात नवंबर को मतदान होने के बाद, तीन दिसंबर को मतगणना होगी.
राज्य में 8.57 लाख से अधिक मतदाता हैं जिनमें 4,39,026 महिलाएं हैं. कुल 174 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
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