आगे-आगे अनु, पीछे-पीछे पुलिस... दिल्ली बर्गर किंग मर्डर की मिस्ट्री गर्ल दे गई धोखा

पुलिस को संदेह था कि वह शूटर आशीष और विक्की से मिलने के लिए गोवा या आस-पास के इलाकों में जा सकती है और फिर विदेश भागने की कोशिश कर सकती है.

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नई दिल्ली:

दिल्ली में बर्गर किंग आउटलेट पर हुई गोलीबारी में मारे गए व्यक्ति को कथित तौर पर हनीट्रैप में फंसाने वाली महिला को गुरुवार (20 जून) को जम्मू-कश्मीर के कटरा रेलवे स्टेशन पर देखा गया था. जानकारी के मुताबिक महिला की पहचान 24 वर्षीय अनु के रूप में हुई है, जो गुरुवार सुबह मुंबई जाने वाली स्वराज एक्सप्रेस में अपने सामान के साथ जाने की तैयारी में थी. इतना ही नहीं उसने अपने स्टे के दौरान कटरा में गुरुवार सुबह 9.30 बजे वाई-फाई सर्विस का भी इस्तेमाल किया था. 

पुलिस को अनु के गोवा जाने का शक

पुलिस को संदेह था कि वह शूटर आशीष और विक्की से मिलने के लिए गोवा या आस-पास के इलाकों में जा सकती है और फिर विदेश भागने की कोशिश कर सकती है. अमेरिका में रहने वाले भगोड़े हिमांशु भाऊ के कई गुर्गे पिछले एक साल में गोवा आ चुके हैं. 6 जून को उसके एक खास गुर्गे अजीत कालिया को वहां से गिरफ्तार किया गया था. 

अमन जून को अनु ने जाल में फंसाया था

अनु ने अमन जून को अपने जाल में फंसाया था और उसे वह पिछले हफ्ते राजौरी गार्डन के बर्गर किंग में लेकर गई थी और घटना के बाद वह 18 जून को जम्मू भाग गई थी. स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज में अनु को निऑन ग्रीन टॉप, काली पैंट और स्कार्फ से चेहरा ढके हुए देखा गया था. उसके पास एक ट्रॉली बैग और एक बैकपैक था. 

20 जून को कटरा स्टेशन पर दिखी थी अनु

20 जून को सुबह 10 बजे कटरा से रवाना होने वाली बॉम्बे स्वराज एक्सप्रेस में वह सवार होने के लिए 10 बजकर 6 मिनट पर पहुंची थी और तब ट्रेन धीरे-धीरे चल रही थी लेकिन वह फिर भी ट्रेन में सफलतापूर्वक चढ़ गई थी. पुलिस को पता चला है कि अनु ने जून से दोस्ती करने के लिए इंस्टाग्राम पर प्रीति के नाम से फर्जी अकाउंट बनाया था. वह सोशल मीडिया ऐप पर कम से कम 15 अकाउंट चला रही थी और उसके सभी अकाउंट अलग-अलग नाम से थे. 

हत्या के बाद जम्मू भाग गई थी मिस्ट्री गर्ल

हत्या के बाद अनु ने मुखर्जी नगर में अपना पेइंग गेस्ट खाली कर दिया था और उसने मालिक से अपनी सिक्योरिटी राशि अपने एक दोस्त को देने के लिए कही थी. इसके बाद वह कटरा जाने वाली ट्रेन पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशन गई. पुलिस ने उसके परिवार के सदस्यों से पूछताछ की, जिन्होंने बताया कि अनु का उपनाम धनकड़ था, लेकिन वह अपने पहले नाम का ही इस्तेमाल करती है. उसके परिवार ने बताया कि पिछले साल उसके लापता होने के बाद उन्होंने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की थी. बाद में पता चला कि वह भाऊ के सिंडिकेट में शामिल हो गई थी.

नवीन बाली और नीरज बनाना से भी पूछताछ कर रही पुलिस

इस बीच पुलिस जेल में बंद गैंगस्टर नवीन बाली और नीरज बवाना से पूछताछ कर रही है. भाऊ ने इंस्टाग्राम पोस्ट में तिहाड़ जेल की हाई सिक्योरिटी सेल में बंद दोनों गैंगस्टरों का जिक्र किया था, जिसमें उन्होंने जून की हत्या की जिम्मेदारी ली थी. पोस्ट में दावा किया गया कि हत्या 2020 में प्रतिद्वंद्वियों द्वारा बवाना के चचेरे भाई शक्ति की हत्या का बदला लेने के लिए की गई थी. माना जा रहा है कि जून ने हत्यारों को शक्ति के ठिकाने के बारे में जानकारी दी थी.

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