- बीजेपी ने बिहार विधानसभा चुनाव में देश के विभिन्न राज्यों के नेताओं को जिम्मेदारी को भी जिम्मेदारी दी थी.
- पार्टी ने स्पेशल 45 योजना के तहत नेताओं को लोकसभा क्षेत्र और छह विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी थी,
- जेपी नड्डा द्वारा बिहार चुनाव में योगदान देने वाले नेताओं के सम्मान में डिनर का आयोजन किया गया है
बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत पर पार्टी नेताओं का सम्मान किया जा रहा है. आज बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा डिनर का आयोजन कर रहे हैं. देशभर से बीजेपी के उन नेताओं के लिए डिनर का आयोजन किया जा रहा है, जिन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए काम किया. गौरतलब है कि बीजेपी ने बिहार में देश के कई राज्यों से नेताओं की ड्यूटी लगाई थी. इनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, झारखंड,महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान के नेता प्रमुख हैं. इन्हें स्पेशल 45 का नाम दिया गया था. हर नेता को एक लोकसभा क्षेत्र और उसके तहत आने वाली छह विधानसभाओं की जिम्मेदारी दी गई थी.
बिहार चुनाव में बीजेपी का बेहतरीन प्रदर्शन
बता दें कि बिहार चुनाव में बीजेपी ने इस बार बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सबसे बड़ी पार्टी के रूप में जीत हासिल की है.दूसरे राज्यों के नेताओं ने कई महीने तक जमीन पर रह कर संगठन को मजबूत करने और पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का काम किया. पड़ोसी राज्यों के मंत्री आम कार्यकर्ताओं की तरह गलियों में घूम-घूमकर एनडीए के लिए वोट मांगते रहे. इन्हें कहा गया था कि वे स्थानीय मुद्दों को समझें, पार्टी की बात लोगों तक पहुंचाएं और प्रचार के लिए बेहतर समन्वय करें
केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान को चुनाव प्रभारी जबकि केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को चुनाव सह प्रभारी बनाया गया था. अब उनके योगदान का सम्मान करने के लिए नड्डा ने आज डिनर का आयोजन किया है. आज के डिनर में इन नेताओं के अनुभव साझा किए जाएंगे. इससे पार्टी को पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम आदि विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति बनाने में मदद मिलेगी. संभावना है कि बीजेपी प्रचार का यही बिहार मॉडल इन राज्यों में भी लागू करें.
स्पेशल 45 में विभिन्न राज्यों के नेता शामिल किया गया था
इनमें मध्य प्रदेश से पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद बीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल और अन्य नेता उत्तर प्रदेश से मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सांसद सतीश गौतम, राजकुमार चाहर और अन्य. राजस्थान से राजेंद्र राठौड़; छत्तीसगढ़ से सांसद संतोष पांडे और विजय बघेल; दिल्ली से पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी और केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा; गुजरात से सांसद देवुसिंह चौहान और मितेश पटेल; हरियाणा से पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल; जम्मू-कश्मीर से सांसद जुगल किशोर शर्मा; झारखंड से सांसद मनीष जायसवाल और कालिचरण सिंह; तथा ओडिशा से सांसद अनंत नायक आदि शामिल हैं.













