दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के बंगले पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. भाजपा (BJP) प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने तंज कसते हुए कहा कि केजरीवाल ने बादशाह जैसा बंगला बनवाया है. उन्होंने कहा, "मुफ्त की चीजें दिखाकर खुद (केजरीवाल) ने क्या हासिल किया है? यहां पर विषय सिर्फ आरोप लगाने का नहीं है, विषय सिर्फ असली चेहरा दिखाने का नहीं है, विषय सिर्फ कटाक्ष का नहीं है. विषय उस दर्द का है, उस धोखे का है, जो दिल्ली की जनता ने अनुभव किया है. दिल्ली की जनता ने विश्वास किया था और मुफ्त के नाम पर उन्होंने (केजरीवाल) सिर्फ दिल्ली की जनता को धोखा दिया है.
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, शायद ऐसे ही लोगों (केजरीवाल) के लिए लिखा गया है- विद्युत की इस चकाचौंध में देख दीप की लौ रोती है, अरे हृदय को थाम महल के लिए झोपड़ी बलि होती है. उन्होंने कहा, "केजरीवाल के आलीशान महल से उनके बारे में कई राज खुलते हैं. केजरीवाल के महल में जिस तरह से वैभव का विस्तार किया गया है, उसे देख हैरानी होती है. उनके आलीशान महल में सेंसर वाले दरवाजे हैं. 'रिमोट' से सब कुछ नियंत्रित करते हैं केजरीवाल, यहां तक कि अपनी पार्टी भी! यह पंजाब सरकार को भी 'रिमोट' से नियंत्रित करते हैं!
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल के कुछ पुराने बयानों से संबंधित वीडियो दिखाए, जिसमें उन्होंने खुद को बड़े घरों और शानदार कारों सहित महंगी जीवन शैली को बनाए रखने पर सार्वजनिक धन खर्च करने वाले राजनीतिक नेताओं के खिलाफ एक योद्धा के रूप में प्रस्तुत किया था. त्रिवेदी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास के सौंदर्यीकरण पर कथित तौर पर हुए 45 करोड़ रुपये के खर्च को लेकर उठे विवाद के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को उन पर एक बार फिर निशाना साधा और उनके ‘वैभवशाली' बंगले की तुलना इराकी तानाशाह सद्दाम हुसैन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के आलीशान आवासों से की.
त्रिवेदी ने केजरीवाल पर हमला करते हुए 2013 में किए गए उनके एक ट्वीट का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर उनके घर में कथित तौर पर 10 एसी रखने के लिए निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि यह स्थिति तब है जब दिल्ली में इतने सारे लोग झुग्गियों में रहते हैं.
त्रिवेदी ने आम आदमी पार्टी के नेताओं पर भारतीय राजनीति में विश्वसनीयता का संकट पैदा करने में 'महत्वपूर्ण भूमिका' निभाने का आरोप लगाया और दावा किया कि यह उनके जैसे लोगों का आचरण है जो राजनीतिक वर्ग के बारे में लोगों के बीच अविश्वास पैदा करता है. राज्यसभा के नेता ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा विश्वसनीयता की प्रतीक बनी है जबकि आप और अन्य विपक्षी नेता विश्सनीयता के संकट के प्रतीक हैं.
त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि आप सरकार ने जांच से बचने के लिए केजरीवाल के घर पर हुए खर्च को जानबूझकर विभाजित किया और कहा कि सरकारी एजेंसियां कानून के अनुसार अपना काम करेंगी लेकिन दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी को ‘राजनीतिक और नैतिक' जवाब देना चाहिए. केजरीवाल के आवास के दरवाजों का नियंत्रण सेंसर के जरिए होने का जिक्र करते हुए उन्होंने आप नेता पर निशाना साधा और कहा कि वह अपनी पार्टी से लेकर पंजाब सरकार तक को रिमोट कंट्रोल से संचालित कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘इससे पूर्व ऐसा लगता था कि उनका (केजरीवाल का) आवास भारत के कतिपय भ्रष्टाचार के आरोप में लिप्त नेताओं के वैभवशाली आवासों के समकक्ष है परंतु अब यह लगता है. अगर आप लोगों ने देखा होगा तो सद्दाम हुसैन के मकान में जिस प्रकार की चीजें दिखाई देती थीं या किम जोंग के मकान में जिस प्रकार की चीजें दिखाई देती थीं. अब तो उसके समकक्ष दिखाई पड़ रही हैं.''