भारत ने जम्मू क्षेत्र में बढ़ती ड्रोन गतिविधियों को लेकर शनिवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच सेक्टर कमांडर स्तर की बैठक के दौरान पाकिस्तानी अधिकारियों के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया. बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि बैठक पाकिस्तान रेंजर्स के आग्रह पर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुचेतगढ़ क्षेत्र में हुई जिसमें मामलों के समाधान के लिए फील्ड कमांडरों के बीच आवश्यक संपर्क को पुन: क्रियाशील करने का निर्णय हुआ.
उन्होंने कहा कि दोनों बलों के कमांडरों ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की तथा बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन गतिविधियों, आतंकी गतिविधियों और सीमा पार से खोदी जाने वाली सुरंगों एवं सीमा प्रबंधन से संबंधित अन्य मुद्दों पर खास जोर दिया.
अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ प्रतिनिधियों ने जम्मू क्षेत्र में पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा की जा रहीं ड्रोन गतिविधियों पर कड़ा विरोध दर्ज कराया.
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही दोनों पक्षों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांति एवं सौहार्द बनाए रखने के प्रति अपनी कटिबद्धता व्यक्त की. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) द्वारा (फरवरी में) संघर्षविराम समझौते की घोषणा किए जाने के बाद दोनों सीमा प्रहरी बलों के बीच सेक्टर कमांडर स्तर की यह पहली बैठक थी.''
उन्होंने कहा, ‘‘बैठक सौहार्दपूर्ण, सकारात्मक एवं रचनात्मक माहौल में हुई तथा दोनों पक्ष महानिदेशक स्तर की पूर्व की बैठकों में किए गए निर्णयों के त्वरित क्रियान्वयन के लिए सहमत हुए तथा एक-दूसरे से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांति एवं सौहार्द बनाए रखने की प्रतिबद्धता की.''