काबुल एयरपोर्ट पर हुए तीन आत्मघाती धमाकों के बाद ब्रिटेन की तरफ से ये साफ कर दिया गया है कि वह कुछ ही घंटे में अफगानिस्तान से निकासी प्रक्रिया को खत्म कर देगा. मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक, काबुल एयरपोर्ट धमाकों में 85 लोग मारे गए हैं, जिसमें 13 अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं. गुरुवार को काबुल हवाई अड्डे पर दो बम धमाके के बाद समाचार एजेंसी एएफपी ने तीसरे धमाके की जानकारी दी. कई मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि काबुल में और भी धमाके हो सकते हैं. आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) ने अपने दावे में इस धमाके की जिम्मेदारी ली है.
ब्रिटिश रक्षा सचिव बेन वालेस ने स्काई न्यूज को बताया कि हम उन लोगों को निकाल रहे हैं , जिन्हें हम अपने साथ ले गए थे. लगभग 1,000 लोग अब हवाई क्षेत्र के अंदर हैं. इसके साथ ही जहां हम कर सकते हैं, वहां भीड़ से कुछ लोगों को ढूंढने के लिए रास्ता जारी रखेंगे, लेकिन कुल मिलाकर ये प्रक्रिया अब बंद हो रही है, हमारे पास कुछ ही घंटों का समय है.
ये विस्फोट ऐसे समय हुए, जब अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद से हजारों अफगान देश से निकलने की कोशिश कर रहे हैं और पिछले कई दिनों से हवाई अड्डे पर जमा हैं. काबुल हवाईअड्डे से बड़े स्तर पर लोगों की निकासी अभियान के बीच पश्चिमी देशों ने हमले की आशंका जतायी थी. कई देशों ने लोगों से हवाईअड्डे से दूर रहने की अपील की थी क्योंकि वहां आत्मघाती हमले की आशंका जताई गई थी. इस पर आईएसआईएस (ISIS) ने कहा कि उसके एक आत्मघाती हमलावर ने "अमेरिकी सेना के मददगारों" को निशाना बनाया. अमेरिकी अधिकारियों ने हमले के पीछे आईएसआईएस का हाथ होने की बात कही है.