देश में विमानों को उड़ाने की धमकी (Bomb Threat) देने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार से अब तक 70 विमानों को धमकी मिल चुकी है. वहीं आज तो हद ही हो गई और करीब 30 विमानों में बम होने की धमकी मिली है. इसे लेकर कांग्रेस (Congress) ने केंद्र सरकार को घेरा है. कांग्रेस का आरोप है कि इन धमकियों से देश में डर का माहौल है और मोदी सरकार इन धमकियों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है.
कांग्रेस ने अपने एक्स पोस्ट में एनडीटीवी इंडिया की एक खबर के एक वीडियो को टैग किया है. साथ ही लिखा, "देश में विमानों को बम से उड़ाने की धमकियां लगातार मिल रही हैं. पिछले 5 दिनों में 70 विमानों को बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी हैं. त्योहारों का वक्त है. लोग अपने घरों तक पहुंचने के लिए फ्लाइट ले रहे हैं, लेकिन ऐसी धमकियों ने देश में डर का माहौल बना दिया है.
साथ ही कहा, "पिछले कुछ महीनों से ऐसी धमकियों का सिलसिला जारी है. इससे पहले अस्पतालों और स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकियां मिल चुकी हैं. लोग अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर परेशान हें, लेकिन मोदी सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही, जिससे धमकियों का सिलसिला रुक सके."
इंडिगो के 5 विमानों को बम से उड़ाने की धमकी
बता दें कि आज इंडिगो के 5 विमानों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है. इसके बाद इन विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग कराई जा रही है. एयरलाइंस को बम से उड़ाने की धमकी लगातार मिल रही है. वहीं आज कुल 7 विमानों को उड़ाने की धमकी मिल चुकी है. धमकी मिलने के बाद सभी विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई.
दूसरे देशों से मिल रही हैं विमान उड़ाने की धमकी!
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, खुफिया एजेंसियों ने सोशल मीडिया के जरिये विमानों को उम से उड़ाने की धमकियां देने वाले आईपी एड्रेस का पता लगाया है, जिसमें यह आईपी एड्रेस जर्मनी और लंदन के बताए जा रहे हैं. यूजर्स ने वर्चुअली नेटवर्क के उपयोग से यह पोस्ट किए थे.
देश में आगामी दिनों में दीपावली और छठ पूजा जैसे त्योहार आने वाले हैं. इसके कारण विमानों में यात्री भार बढ़ गया है और लोग बड़ी संख्या में विमानों में यात्रा कर रहे हैं. ऐसे में लगातार मिल रही धमकियां डरा रही हैं.
एयरलाइन कंपनियों के लिए बड़ा आर्थिक झटका
अब तक बम की धमकी के कॉल फर्जी ही साबित हुए हैं. हालांकि यह कॉल एयरलाइन कंपनियों के लिए बड़ा आर्थिक झटका साबित होते हैं. वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, फर्जी धमकियों के कारण जब विमान को उतारा जाता है तो एक एयरलाइंस को करीब 3 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्चा आता है.