चाणक्य डिफेंस डायलॉग में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने फायरसाइड चैट के दौरान सुरक्षा, आतंकवाद और सीमाई हालात पर कई अहम और बेबाक बयान दिए. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत अब किसी भी कीमत पर आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा और देश हर तरह की लंबी लड़ाई के लिए तैयार है.
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक ट्रेलर
सेना प्रमुख ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक ट्रेलर था, जो 88 घंटे में खत्म हो गया. अगर कोई हमें ब्लैकमेल करना चाहता है, तो भारत किसी ब्लैकमेल से नहीं डरता. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की ओर से जारी आतंकवाद भारत के लिए सबसे गंभीर चिंता का विषय है.
बातचीत और आतंक साथ नहीं
जनरल द्विवेदी ने दो टूक कहा कि भारत का “न्यू नॉर्मल” बिल्कुल स्पष्ट है, खून और पानी साथ नहीं बह सकते. बातचीत और आतंक एक साथ नहीं चल सकते. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी राज्य प्रायोजित आतंकवाद को बढ़ावा देगा, भारत उन्हें जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है. अगर हमारे पास बैरंग चिट्ठी भी आई, तो हमें पता है जवाब किसे देना है.
चीन से संबंधों में सुधार
सेना प्रमुख ने बताया कि अक्टूबर 2024 के बाद से चीन के साथ संबंधों में सुधार हुआ है. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सीमाई मुद्दों पर भारत की स्थिति बिल्कुल दृढ़ है और बातचीत आगे बढ़ रही है.
लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहना जरूरी
उन्होंने कहा कि आज के दौर में सुरक्षा चुनौतियां बदल रही हैं और भारत को हर तरह की लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा. भारत की रणनीति स्पष्ट है शांति की पहल भी जारी रहेगी और आवश्यक कार्रवाई भी.
मणिपुर में सुधार
मणिपुर की स्थिति पर सेना प्रमुख ने कहा कि राष्ट्रपति शासन लगने के बाद हालात में बड़ा सुधार दिखा है. उन्होंने बताया कि लोगों का सरकार पर भरोसा बढ़ा है. समुदायों के बीच आपसी विश्वास मजबूत हुआ है. डूरंड कप के दौरान अभूतपूर्व भीड़ देखने को मिली. सितंबर में पीएम मोदी की यात्रा ने भी शांति स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने उम्मीद जताई कि अगर हालात ऐसे ही सुधरते रहे तो राष्ट्रपति जल्द ही राज्य का दौरा कर सकती हैं.
पाकिस्तान के लिए चैलेंज
सेना प्रमुख ने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन पाकिस्तान को समझना होगा कि आतंकवाद का उपयोग भारत को प्रभावित करने के लिए नहीं किया जा सकता. हम कह रहे हैं कि शांति की प्रक्रिया अपनाइए, जो हमारे काम में रोड़ा अटकाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई जरूरी होगी.
चाणक्य डिफेंस डायलॉग में सेना प्रमुख के ये बयान भारत की सुरक्षा नीति, पड़ोसी देशों के साथ संबंधों और आतंकवाद के खिलाफ भारत की कठोर रणनीति को स्पष्ट तौर पर प्रकट करते हैं.














