केरल में ब्लैक फंगस से संक्रमित व्यक्ति की आंख निकाली गई

तिरूर के पास एलूर के रहने वाले 62 वर्षीय मरीज को निमोनिया भी हो गया था लेकिन वह हाल में इससे ठीक हो गए थे.

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डॉक्टरों को फंगस को मस्तिष्क तक पहुंचने से रोकने के लिए उनकी एक आंख निकाली पड़ी.
मलप्पुरम (केरल):

केरल के तिरूर में कोविड-19 से मुक्त हो चुका एक मरीज ब्लैक फंगस से संक्रमित हो गया जिसके बाद उनकी एक आंख निकालनी पड़ी. स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि डॉक्टरों को फंगस को मस्तिष्क तक पहुंचने से रोकने के लिए उनकी एक आंख निकाली पड़ी. उन्होंने बताया कि मरीज को कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद 25 अप्रैल को मंजेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

तिरूर के पास एलूर के रहने वाले 62 वर्षीय मरीज को निमोनिया भी हो गया था लेकिन वह हाल में इससे ठीक हो गए थे. बहरहाल, कोविड के बाद वह घर पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे तब उनके सिर और चेहरे पर तेज दर्द हुआ. उन्हें पांच मई को कोट्टक्कल के आंखों के क्लीनिक ले जाया गया और बाद में पिछले हफ्ते कोझीकोड के एमआईएमएस रेफर कर दिया गया.

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एमआईएमएस अस्पताल के सीईओ फरहान ने बताया कि ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीज को एक हफ्ते पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था और संक्रमण को उनके मस्तिष्क तक पहुंचने से रोकने के लिए डॉक्टरों को उनकी बाई आंख निकालनी पड़ी. वह लंबे समय से मधुमेह से पीड़ित थे.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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