राकेश टिकैत ने किया 'हल क्रांति' का आह्वान, बोले- ...तो लाखों किसान ट्रैक्टरों पर पहुंचेगे संसद 

बीकेयू नेता ने कहा, ‘‘आप ने जिस नेता (स्थानीय भाजपा सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर) को चुना है. वह अपने से जवाब नहीं दे सकते हैं. वह फाइलों के साथ वापस जाते थे और जवाब के साथ वापस आते थे.’’ टिकैत ने कहा कि लूट की सरकार अब सत्ता में आ गई है, हमें इससे सावधान रहना होगा.

विज्ञापन
Read Time: 20 mins
राकेश टिकैत ने कहा कि लूट की सरकार अब सत्ता में आ गई है, हमें इससे सावधान रहना होगा.
श्योपुर:

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के श्योपुर में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश सिंह टिकैत (Rakesh Tikait) ने सोमवार (8 मार्च) को कहा कि आवश्यकता पड़ी तो तीन नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) को निरस्त कराने के लिये लाखों की संख्या में किसान ट्रैक्टरों पर संसद पहुंचेगें. टिकैत ने नरेन्द्र सिंह तोमर का नाम लिये बिना उन्हें बिना अधिकार का केन्द्रीय कृषि मंत्री बताया.

केन्द्र के तीन कृषि कानूनों को वापस करने की मांग को लेकर दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के प्रमुख किसान नेता टिकैत ने सोमवार को श्योपुर में किसान रैली में कहा, ‘‘यदि जरूरत पड़ी तो हम तीन काले कानूनों को रद्द कराने के लिये लाखों की संख्या में ट्रैक्टरों पर संसद में पहुंचेगे. गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में 3,500 ट्रैक्टर आए थे, ये कोई किराये के ट्रैक्टर नहीं थे.'' 

राकेश टिकैत का सरकार को 'अल्टीमेटम'- जब तक वापस नहीं होता कृषि कानून, चलता रहेगा किसान आंदोलन 

बीकेयू नेता ने कहा, ‘‘आप ने जिस नेता (स्थानीय भाजपा सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर) को चुना है. वह अपने से जवाब नहीं दे सकते हैं. वह फाइलों के साथ वापस जाते थे और जवाब के साथ वापस आते थे.'' टिकैत ने कहा कि लूट की सरकार अब सत्ता में आ गई है, हमें इससे सावधान रहना होगा.

Advertisement

गाय के गोबर के कंडे पर घी की दो आहुतियों से 12 घंटे तक "सैनिटाइज" रहता है घर : संस्कृति मंत्री

Advertisement

उन्होंने किसानों से कहा कि श्योपुर से ही बैरिकेडिंग तोड़ना शुरू करें. उन्होंने हल क्रांति शुरू करने का आह्वान किया. हालांकि उन्होंने इस पर अधिक कुछ नहीं कहा. बीकेयू के प्रदेश सचिव अनिल यादव ने  बताया कि टिकैत इस पखवाड़े 14 और 15 मार्च को रीवा और जबलपुर में दो और किसान रैलियों को संबोधित करेंगें. टिकैत ने किसानों को जागरूक करने तथा किसानों आंदोलन का समर्थन हासिल करने के लिये पांच राज्यों-- मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, कर्नाटक और तेलंगाना का दौरा करने की योजना बनाई है.

Advertisement
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Kedarnath Yatra: बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए अब आपको पूरे दिन नहीं चलना पड़ेगा | Khabron Ki Khabar