मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के श्योपुर में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश सिंह टिकैत (Rakesh Tikait) ने सोमवार (8 मार्च) को कहा कि आवश्यकता पड़ी तो तीन नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) को निरस्त कराने के लिये लाखों की संख्या में किसान ट्रैक्टरों पर संसद पहुंचेगें. टिकैत ने नरेन्द्र सिंह तोमर का नाम लिये बिना उन्हें बिना अधिकार का केन्द्रीय कृषि मंत्री बताया.
केन्द्र के तीन कृषि कानूनों को वापस करने की मांग को लेकर दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के प्रमुख किसान नेता टिकैत ने सोमवार को श्योपुर में किसान रैली में कहा, ‘‘यदि जरूरत पड़ी तो हम तीन काले कानूनों को रद्द कराने के लिये लाखों की संख्या में ट्रैक्टरों पर संसद में पहुंचेगे. गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में 3,500 ट्रैक्टर आए थे, ये कोई किराये के ट्रैक्टर नहीं थे.''
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बीकेयू नेता ने कहा, ‘‘आप ने जिस नेता (स्थानीय भाजपा सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर) को चुना है. वह अपने से जवाब नहीं दे सकते हैं. वह फाइलों के साथ वापस जाते थे और जवाब के साथ वापस आते थे.'' टिकैत ने कहा कि लूट की सरकार अब सत्ता में आ गई है, हमें इससे सावधान रहना होगा.
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उन्होंने किसानों से कहा कि श्योपुर से ही बैरिकेडिंग तोड़ना शुरू करें. उन्होंने हल क्रांति शुरू करने का आह्वान किया. हालांकि उन्होंने इस पर अधिक कुछ नहीं कहा. बीकेयू के प्रदेश सचिव अनिल यादव ने बताया कि टिकैत इस पखवाड़े 14 और 15 मार्च को रीवा और जबलपुर में दो और किसान रैलियों को संबोधित करेंगें. टिकैत ने किसानों को जागरूक करने तथा किसानों आंदोलन का समर्थन हासिल करने के लिये पांच राज्यों-- मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, कर्नाटक और तेलंगाना का दौरा करने की योजना बनाई है.
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