बीजेपी नेता खुशबू सुंदर ने रविवार को जोर देकर कहा कि वह "मोदी उपनाम को भ्रष्टाचार से जोड़ने" वाले अपने 2018 के ट्वीट को नहीं हटाएंगी साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जब वो प्रवक्ता थीं तब से उनके और भी कई पुराने ट्वीट है जिसे कांग्रेसी निकाल सकते हैं. भाजपा नेता ने कहा, "मैं अपना ट्वीट नहीं हटाऊंगी. ये लोगों के बीच है. कई और हैं.कृपया अपने समय का उपयोग करें, क्योंकि कांग्रेस बिल्कुल बेरोजगार है."
बताते चलें कि 'मोदी सरनेम' इन दिनों चर्चाओं में बना हुआ है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता को रद्द किए जाने के बाद 'मोदी सरनेम' एक नया मुद्दा बनता दिख रहा है. 'मोदी सरनेम' को लेकर खड़ा हुआ विवाद अभी थमा भी नहीं था कि बीजेपी नेता खुशबू सुंदर इसकी वजह से सुर्खियों में आ गईं हैं. दरअसल, 'मोदी सरनेम' को लेकर खड़े हुए विवाद के बीच खुशबू सुंदर का एक पुराना वीडियो सामने आया है. इस ट्वीट में उन्होंने 'मोदी सरनेम' को भ्रष्टाचार से जोड़कर बताने की कोशिश की है. यह ट्वीट वर्ष 2018 का है.
इस ट्वीट में खुशबू सुंदर ने लिखा था कि यहां #Modi वहां #Modi जहां देखो #Modi... लेकिन ये क्या ?? हर #Modi के आगे #bhrashtachaar सरनेम लगा हुआ है.. तो बात को ना समझो..#Modi मतलब #bhrashtachaar.. चलिए #Modi का मतलब ही भ्रष्टाचार कर देते हैं.. ये ज्यादा बेहतर है..#Nirav #Lalit #Namo = भ्रष्टाचार.
न्यूज एजेंसी पीटीआई से खुशबू सुंदर ने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी मेरे पुराने ट्वीट को सामने लाने के लिए कितनी उतावली है. वो लोग जानबूझकर इस ट्वीट को सामने ला रहे हैं. बता दें कि खुशबू सुंदर 2020 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गई थी.