BJP की दलितों को लुभाने की नई चाल: दिल्ली में पकी 'सियासी' खिचड़ी, कड़ाही और शेफ नागपुर से आया

भीम महासंगम नाम के इस कार्यक्रम के जरिये बीजेपी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों को जोड़ने की कोशिश में है.

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रामलीला मैदान में बीजेपी ने समरसता खिचड़ी पकाई
नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2019) के मद्देनजर दिल्ली बीजेपी ने रामलीला मैदान (Ram Leela Ground) में रविवार को समरसता खिचड़ी पकाई. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली बीजेपी ने रविवार को रामलीला मैदान में समरसता खिचड़ी पकाई और पिछड़े वर्ग से जुड़े हज़ारों लोगों को ये खिचड़ी खिलाई गयी. भीम महासंगम नाम के इस कार्यक्रम के जरिये बीजेपी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों को जोड़ने की कोशिश में है.

पेशे से शेफ विष्णु मनोहर ने नागपुर से आकर रामलीला मैदान में बीजेपी के लिए खिचड़ी पकाई. 10 बाई 10 फ़ीट और 850 किलो वजन वाली कड़ाही में नागपुर से आई 1000 किलो दाल चावल, 500 किलो सब्ज़ी, 200 किलो घी, 100 लीटर तेल, 200 किलो मसाले और 5000 हज़ार लीटर पानी डाला गया, कुल 5000 किलो खिचड़ी बनकर तैयार हुई. इससे पहले भी विष्णु 3000 किलो खिचड़ी बना चुके हैं.

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दरअसल दिल्ली में पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 12 सुरक्षित सीटों में से किसी पर भी जीत हासिल नहीं हो पाई है. बीजेपी ने इस कार्यक्रम को भीम महासंगम नाम दिया और खिचड़ी को समरसता, दावा किया जा रहा है कि पिछले 3 महीने से 28000 कार्यकर्ता दिल्ली-एनसीआर में पिछड़े वर्ग के 3 लाख लोगों के यहां से दाल चावल इकट्ठा कर रहे हैं और उसी से ये खिचड़ी तैयार हुई.

कार्यक्रम में कई केंद्रीय मंत्रियों और दिल्ली के बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा उनकी पिछड़े वर्ग को सम्मान दिलाने कोई और नहीं सिर्फ बीजेपी सरकार है, उनकी खिचड़ी की भाप से राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल बेहोश हो रहे हैं. कार्यक्रम में आखिर में खिचड़ी परोसी गयी, कई केंद्रीय मंत्रियों ने लोगों के बीच बैठकर खिचड़ी खाई. अब देखना होगा बीजेपी को चाय पकोड़े के बाद खिचड़ी राजनीति से कितना सियासी फायदा होता है.

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