भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दूबे (Nishikant Dubey) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) से सुपारी (Betel nut) खाने से कैंसर जैसी बीमारियां होने का हवाला देते हुए इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया है. हालांकि, उन्होंने धार्मिक आयोजनों में इसके इस्तेमाल को जारी रखने की वकालत भी की.
प्रधानमंत्री को कुछ दिन पहले लिखे एक पत्र में झारखंड के गोड्डा से सांसद दूबे ने सुपारी खाने से मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों का विस्तृत ब्योरा भी दिया.
उन्होंने कहा, ‘‘झारखंड का सांसद होने के नाते मैं अपने निजी अनुभवों के आधार पर कहता हूं कि मैंने सुपारी खाने से होने वाले दुष्प्रभावों को देखा है कि कैसे यह लोगों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की ओर धकेलती है. यह पान मसालों के लिए आवश्यक सामग्री है. मैं प्रधानमंत्री से आग्रह करता हूं कि खाने वाले सुपारी के इस्तेमाल पर रोक लगाएं.''
उन्होंने कहा कि सुपारी खाने से मानव स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है और इसका इस्तेमाल करने वालों को सांस संबंधी बीमारियां होती हैं, हृदय गति बढ़ाकर उनके हृदयवाहिनी तंत्र को प्रभावित करती है और इसकी वजह से कई अन्य बीमारियां जन्म लेती हैं.
अपने पत्र में दूबे ने महाराष्ट्र सरकार के 2018 के उस निर्णय का भी जिक्र किया, जिसके तहत राज्य में सुपारी की बिक्री और खाने के लिए इस्तेमाल पर रोक लगाई गई थी.
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