राजस्थान में बीजेपी सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा जयपुर के शहीद स्मारक पर धरने पर बैठे हुए हैं. बुधवार को उनके धरने का 9वां दिन हैं. मीणा के साथ पुलवामा में शहीद हुए 3 जवानों की पत्नियां भी शामिल हैं. ये पिछले 9 दिनों से अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं. इसी बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा.
बीजेपी सांसद ने बुधवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के आवास के बाहर धरना दिया. उन्होंने कहा कि राज्य के दो मंत्री मंगलवार को यहां आए. उन्होंने शहीद हुए जवानों की पत्नियों की मांगों को मान लिया और कहा कि उनके परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी दी जाएगी, लेकिन कुछ घंटे बाद मुख्यमंत्री ने अपना रुख बदल दिया.
कोई राजनीति नहीं कर रही बीजेपी'
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि बीजेपी कोई राजनीति नहीं कर रही है, हम केवल लोगों की सेवा कर रहे हैं. सरकार ने बड़े-बड़े वादे किए, लेकिन चार साल हो गए और कुछ भी नहीं किया गया, जिसकी वजह से शहीद जवानों की पत्नियां अभी भी धरने पर बैठी हैं.
सरकार के सामने रखी ये तीन मांगें
बीजेपी सांसद ने सरकार के सामने तीन मांगें रखी हैं. पहली मांग ये है कि एक शहीद के परिवार में कोई बालिग नहीं है, ऐसे में भाई को सरकारी नौकरी दिया जाए. दूसरी मांग ये है कि सड़क और स्कूल का निर्माण शहीद के नाम पर हो. तीसरी मांग ये है कि तीनों शहीदों की मूर्तियां लगाई जाए. इन मांगों को लेकर उन्होंने कांग्रेस नेता सचिन पायलट को चिट्ठी भी लिखी है.
राज्यपाल से मिलने नहीं दिया गया
धरने पर बैठी महिलाओं ने राज्यपाल से मिलने की भी कोशिश की. रिपोर्ट के मुताबिक, जब महिलाएं गवर्नर हाउस जा रही थी, तो उनके साथ पुलिस ने दुर्व्यवहार किया. इस मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात भी की है.
बीजेपी सांसद ने सीएम पर साधा निशाना
इससे पहले बीजेपी सांसद ने 28 फरवरी को गहलोत सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि पुलवामा हमले के दौरान कार्रवाई में 5 जवान शहीद हो गए थे. पिछले 5 साल से उनकी बहादुर पत्नियां मुआवजे के लिए चक्कर काट रही हैं. इस मामले में मंगलवार को अशोक गहलोत का भी बयान सामने आया. उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के माध्यम से बीजेपी पर राजनीतिक रोटियां सेंकने का आरोप लगाया है.
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