बेंगलुरु में हुई भगदड़ मामले में बीजेपी हमलावर है, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के इस्तीफे की मांग की जा रही है. लेकिन सिद्धारमैया सरकार ने पुलिस कमिश्नर समेत कुछ अधिकारियों को सस्पेंड कर मामले की जांच शुरू कर दी है. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु टीम से जुड़े कुछ अधिकारियों को भी जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. लेकिन बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने इसे 'ड्रामा' करार दिया है. उनका कहना है कि भगदड़ मामले में सिर्फ कुछ लोगों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है. तेजस्वी सूर्या ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पर जिम्मेदारी से बचने का आरोप लगाया. बता दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की खिताबी जीत का जश्न मनाने के लिए लाखों की संख्या में उमड़े लोग एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर पहुंचे थे, इस दौरान मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी.
भारत के ऑपरेशन सिंदूर को लेकर ऑल पार्टी डेलिगेशन के हिस्से के रूप में अमेरिका में मौजूद बेंगलुरु साउथ के सांसद तेजस्वी सूर्या ने एनडीटीवी से खास बातचीत में कहा, 'यह क्या ड्रामा है? एक ईमानदार पुलिस अधिकारी जो वास्तव में अपनी ईमानदारी के लिए जाना जाता है, क्योंकि आजकल सिस्टम में ऐसे बहुत कम लोग बचे हैं, उसे निलंबित कर दिया गया है. आरसीबी को परेशान किया जा रहा है और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव, जिन्होंने उन्हें समारोह न करने की सलाह दी थी, उन्हें अब बर्खास्त कर दिया गया है.'
बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के राजनीतिक सचिव के गोविंदराज और सूचना विभाग के प्रमुख हेमंत निंबालकर उन लोगों में शामिल हैं, जिन्हें बुधवार को यानी त्रासदी के दिन से निलंबित कर दिया गया है. इससे पहले आज रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के मार्केटिंग हेड और DNA इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के कर्मचारियों समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया.
तेजस्वी सूर्या ने कहा, 'जो दो लोग मुख्य रूप से इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं, वे मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री हैं और अपनी जान बचाने के लिए वे पुलिस कमिश्नर से लेकर RCB प्रमुख और अपने राजनीतिक सचिव तक को नौकरी से निकाल रहे हैं.'
बीजेपी सांसद ने अपनी बात को स्पष्ट करने के लिए सच्चा बैरन कोहेन की फिल्म "द डिक्टेटर" का उदाहरण दिया. तेजस्वी सूर्या ने कहा, 'अगर आपको बोराट फिल्म याद है. आप जानते हैं, कजाकिस्तान का यह तानाशाह अपनी राजनीतिक सनक के लिए सभी को निकालता रहता है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार कम से कम आज तो बोराट फिल्म के तानाशाह जैसे ही लगते हैं.'
पहले खिंचवाई फोटो, अब जिम्मेदारी से भाग रहे
तेजस्वी सूर्या ने कहा कि मुख्यमंत्री ने लोगों को जश्न के लिए आमंत्रित किया, लेकिन उन पर व्यवस्था करने में विफल रहने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'आप लाखों लोगों को आमंत्रित करते हैं, आप कोई व्यवस्था नहीं करते हैं, आप प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं रखते हैं. आप अपने पूरे परिवार को इन क्रिकेटरों के साथ मंच पर लाते हैं, सेल्फी लेते हैं, लाइमलाइट बटोरते हैं, उनके हाथ से ट्रॉफी छीनते हैं और उसे ऐसे उठाते हैं जैसे आपने वास्तव में इसे जीता हो. और फिर जब सब कुछ बिगड़ जाता है, तो आप अपनी जान बचाने के लिए दूसरों पर पूरी जिम्मेदारी डाल देते हैं. यह एक मजाक है, जो राज्य में किया जा रहा है. डीके शिव कुमार ने आईपीएल कप के साथ जिस तरह से पोज दिया है, उसे देखिए. ईमानदारी से कहें, तो उन्होंने इसे हासिल करने के लिए क्या किया है? पिछले 18 वर्षों में कर्नाटक में लोकल क्रिकेट टैलेंट का बढ़ावा देने के लिए सीएम सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने क्या किया है? आरसीबी की जीत के इस गौरव में उन्होंने बिना किसी कारण के हिस्सा लेने के लिए क्या किया है?'
बेंगलुरु दक्षिण के सांसद ने इस बात पर ध्यान आकर्षित कराया कि यह कोई आतंकवाद विरोधी अभियान नहीं है, जिसके लिए आपको खास खुफिया जानकारी की आवश्यकता होती है, उन्होंने इस आयोजन के लिए प्लानिंग की कमी का जिक्र करते हुए कहा, 'यह कोई ऐसी विफलता नहीं है, जिसे खुफिया जानकारी की कमी के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. यह शिवकुमार और मुख्यमंत्री की स्वाभाविक मूर्खता के कारण विफलता है. यह पुलिस आयुक्त से खुफिया जानकारी की कमी नहीं है.'
तेजस्वी सूर्या ने कहा, 'मैं एक सवाल पूछना चाहता हूं- यह पहली बार नहीं है कि इस तरह का जश्न इस देश में आयोजित किया गया है. विश्व कप जीतने के बाद, मुंबई में एक बहुत बड़ी परेड आयोजित की गई थी. इसमें करीब 15-16 लाख लोगों ने हिस्सा लिया था. एक भी अप्रिय घटना नहीं हुई, क्योंकि यह अच्छी तरह से प्रबंधित, अच्छी तरह से योजनाबद्ध और अच्छी तरह से संगठित थी. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. यह टाला जा सकता था, लेकिन यह मानव निर्मित था. शिवकुमार और सिद्धारमैया ने इस त्रासदी को जन्म दिया.'