भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मेघालय इकाई के उपाध्यक्ष बर्नार्ड एन मराक जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. पुलिस ने यह जानकारी दी. मराक को पिछले महीने अपने फार्महाउस पर सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने कहा कि मराक ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि वह लगभग दो साल से फार्महाउस को गृहप्रवास (होमस्टे) के रूप में संचालित कर रहे हैं, लेकिन वह यह नहीं जानते कि हाल के दिनों में वहां क्या हो रहा है क्योंकि वह पिछले तीन महीनों से वहां नहीं गए थे. उन्होंने वेस्ट गारो हिल्स जिले के तुरा में अपने फार्महाउस के ‘केयरटेकर' के रूप में मृतक लोगों के नाम कथित तौर पर दिए.
इस फार्महाउस से 22 जुलाई को 73 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और छह नाबालिगों को बचाया गया था. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पीटीआई भाषा से कहा कि आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. उन्होंने फॉर्महाउस में चल रही अवैध गतिविधियों के बारे में जानकारी का खुलासा नहीं किया है. पुलिस ने पांच अगस्त को उसकी और छह दिन की हिरासत मांगी थी और तुरा अदालत ने इसे मंजूर कर लिया था. पुलिस यह जानना चाहती है कि अवैध कारोबार से प्राप्त आय का कैसे इस्तेमाल किया जा रहा था और हथियार कैसे हासिल किए गए थे. ‘रिंपू बागान' नाम के फार्महाउस से जिलेटिन की 35 छड़ें और 100 डेटोनेटर, चार क्रॉसबो और 15 तीर जब्त किए गए थे.
मराक ने हालांकि दावा किया है कि वह पिछले तीन महीनों से फॉर्महाउस नहीं गए हैं और फॉर्महाउस में चल रही गतिविधियों से अवगत नहीं थे. मेघालय पुलिस द्वारा उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने के कुछ घंटों बाद उन्हें 26 जुलाई को उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले से गिरफ्तार किया गया था. तुरा की एक अदालत ने 25 जुलाई को भाजपा नेता के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था.
भाजपा राज्य में सत्तारूढ़ मेघालय लोकतांत्रिक गठबंधन (एमडीए) का हिस्सा है, जिसका नेतृत्व मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा कर रहे हैं. उग्रवादी से नेता बने मराक ने पहले दावा किया था कि वह निर्दोष हैं और आरोप लगाया था कि उन्हें बदले की राजनीतिक के तहत मुख्यमंत्री द्वारा निशाना बनाया जा रहा है. प्रदेश भाजपा ने भी उनके दावे का समर्थन किया है. मेघालय के मुख्यमंत्री ने आरोपों से इनकार किया है.