नई दिल्ली: आगामी विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक शनिवार और रविवार को होने की उम्मीद है. इस बैठक में पार्टी की कोशिश औपचारिक रूप से चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले अधिक से अधिक उम्मीदवारों के नामों पर मंथन पूरा कर लेने की होगी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा कई अन्य वरिष्ठ नेता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) के सदस्यों में शामिल हैं. यह समिति उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम फैसला लेती है. सूत्रों ने बताया कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव से संबंधित सीईसी की तीसरी बैठक में राजस्थान को लेकर चर्चा हो सकती है.
इससे पहले की दो बैठकों में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के उम्मीदवारों पर चर्चा की गई थी. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी ने तीन केंद्रीय मंत्रियों के अलावा चार अन्य सांसदों को उम्मीदवार बनाया है. ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा राजस्थान में इसी रणनीति के तहत केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल और कैलाश चौधरी को विधानसभा चुनाव में उतार सकती है.
भाजपा ने 2019 में राज्य की 25 लोकसभा सीटों में से एक को छोड़कर सभी पर जीत दर्ज की थी. तेलंगाना और मिजोरम में भी विधानसभा चुनाव होने हैं. निर्वाचन आयोग अक्टूबर के पहले पखवाड़े में सभी पांच राज्यों में चुनावी प्रक्रिया को औपचारिक रूप से शुरू कर सकता है. चुनाव नवंबर-दिसंबर में होने की संभावना है.
मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए भाजपा ने अब तक 79 उम्मीदवारों और छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए 21 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है. चुनावों की घोषणा से पहले ही उम्मीदवारों के नाम तय कर लेना भाजपा की नयी रणनीति का हिस्सा है. आम तौर पर चुनाव की घोषणा के बाद पार्टी अपने उम्मीदवारों की घोषणा करती है.
इन पांच राज्यों में से भाजपा केवल मध्य प्रदेश में सत्ता में है जबकि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पास बागडोर है. तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट सत्ता में है. शाह और नड्डा ने पार्टी की रणनीति को अंतिम रूप देने और प्रचार सहित अन्य अभियानों के लिए बुधवार को जयपुर में राजस्थान के नेताओं के साथ मैराथन बैठक की.
पार्टी सूत्रों का कहना है कि भाजपा इनमें से किसी भी राज्य में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं करेगी. सूत्रों के मुताबिक शाह और नड्डा बृहस्पतिवार रात रायपुर पहुंचेंगे और छत्तीसगढ़ की चुनावी तैयारियों के मद्देनजर प्रदेश के नेताओं से चर्चा करेंगे.