दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर क्लीन स्वीप करते हुए 7 की 7 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है. धुर विरोधी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने इस बार मिलकर चुनाव लड़ा, लेकिन इसके बावजूद बीजेपी का विजय रथ रोक नहीं पाए. हालांकि, कुछ सीटों पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी. इन सीटों पर हार-जीत का अंतर बेहद कम रहा. बीजेपी का वोट शेयर भी पिछली बार के मुकाबले घटा है. मतगणना के दौरान कई बार ऐसा लगा कि दिल्ली में इस बार लगातार चला आ रहा जीत का 'सियासी रिवाज' टूट सकता है. ऐसा सिर्फ दिल्ली में ही देखने को नहीं मिला, बल्कि दिल्ली के आसपास की सीटों पर भी ये देखने को मिला है. इन सीटों पर बीजेपी को गंभीरता से विचार करना पड़ेगा.
1- बीजेपी का वोट शेयर घटा
दिल्ली में इस बार बीजेपी का वोट शेयर 54.4 % रहा है, 2019 से 2.3 पर्सेंट कम है. आप और कांग्रेस का मिलकर 43.1 पर्सेंट वोट शेयर रहा. बीजेपी की दिल्ली में सबसे बड़ी जीत नॉर्थ वेस्ट सीट पर रही. यहां योगेंद्र चंदौलिया ने कांग्रेस के उदित राज को 2.9 लाख से ज्यादा वोटों से हराया है. लेकिन कुछ सीटों पर दिल्ली में बीजेपी का जीत का अंतर 1 लाख से भी कम वोटों का रहा है, जो चिंता का विषय है. दरअसल, इन सीटों पर अगर थोड़ा बहुत भी वोटों का अंतर होता है, तो स्थिति पलट सकती है.
2- चांदनी चौक सीट पर वोटिंग में पल-पल बदले आंकड़े
चांदनी चौक लोकसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच जीत का अंतर सिर्फ 89,325 वोटों का रहा है. दिल्ली की सबसे पुरानी सीटों में शुमार चांदनी चौक पर बीजेपी ने प्रवीण खंडेलवाल को टिकट दिया था. वहीं, कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता जयप्रकाश अग्रवाल पर दांव खेला था. दोनों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला. जयप्रकाश अग्रवाल कई बार मतगणना के दौरान प्रवीण खंडेलवाल से आगे निकले, तो ऐसा लगा कि परिणाम कुछ भी हो सकते हैं. हालांकि, अंत में ये सीट बीजेपी की झोली में गिरी. प्रवीण खंडेलवाल को कुल 5,16,496 वोट (53.46%) मिले. वहीं, जेपी अग्रवाल को 4,27,171 वोट (44.22) पड़े. दोनों के बीच जीत का अंतर सिर्फ 89,325 वोटों का रहा. वहीं, वोट शेयर में 9 प्रतिशत से भी कम का अंतर है.
3- बेहद कम अंतर से जीतीं बांसुरी स्वराज
नई दिल्ली लोकसभा सीट पर बीजेपी की बांसुरी स्वराज और आम आदमी पार्टी की सोमनाथ भारती के बीच जीत का अंतर सिर्फ 78,370 वोटों का रहा है. बांसुरी स्वराज को 4,53,185 वोट मिले हैं. वहीं, सोमनाथ भारती को 3,74,815 वोट हासिल हुए. दोनों के बीच इस सीट पर बेहद दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला.
बांसुरी स्वराज का वोट प्रतिशत 53.48 रहा और वहीं, सोमनाथ भारती को 44.23 प्रतिशत वोट मिले. यहां मार्जन सिर्फ 9 प्रतिशत रहा है.
4- गुड़गांव सीट पर सिर्फ 5% वोट शेयर का अंतर
गुड़गांव लोकसभा सीट पर बीजेपी के राव इंद्रजीत और कांग्रेस के राज बब्बर के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला. इन दोनों के बीच जीत का अंतर सिर्फ 75,079 वोटों का रहा. राव इंद्रजीत सिंह को 8,08336 वोट मिले. वहीं, राज बब्बर 7,33,257 वोट मिले. वोट प्रतिशत की बात करें, तो राज इंद्रजीत सिंह को 50.48 प्रतिशत वोट मिले, वहीं दूसरे नंबर पर रहे राज बब्बर को 45.79% वोट हासिल हुए. वोट प्रतिशत का अंतर 5 प्रतिशत से भी कम का रहा. इस सीट पर भी बीजेपी भविष्य में सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि यहां भी उलटफेर संभव है.
इसके अलावा गाजियाबाद लोकसभा सीट से बीजेपी के अतुल गर्ग 3.3 लाख वोटों से जीते और गौतम बुद्ध नगर से बीजेपी के महेश शर्मा 4.6 लाख वोटों से जीते हैं. इस तरह से बीजेपी ने दिल्ली एनसीआर की 10 में से 10 सीटों पर जीत दर्ज की है.
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