केरल (Kerala) में कोरोना वायरस के कहर के बीच बर्ड फ्लू (Bird Flu) के प्रकोप ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. केरल के कोट्टायम और अलपुझा जिलों के कुछ हिस्सों में बर्ड फ्लू फैलने के मामले सामने आए हैं. प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में और उसके एक किलोमीटर के दायरे में बत्तख, मुर्गियों और अन्य पालतू पक्षियों को मारने का आदेश दिया है. जिन लोगों के भी पक्षियों को मारा जाएगा, उन्हें सरकार की ओर से मुआवजा भी दिया जाएगा.
कोट्टायम जिला प्रशासन ने कहा कि नींदूर में एक बत्तख पालन केंद्र में बर्ड फ्लू (Bird Flu) पाया गया है. वहां करीब 1,500 बत्तख मर चुकी हैं. सूत्रों के मुताबिक, इसी तरह अलपुझा जिले के कुट्टानद के कुछ फॉर्म में भी बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं. भोपाल में की गई नमूनों की जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है.
केरल के पशुपालन मंत्री के राजू ने कहा कि सरकार उन किसानों को मुआवजे का भुगतान करेगी, जिनके घरेलू पक्षियों को बर्ड फ्लू के चलते मारा जाएगा. बर्ड फ्लू (Bird Flu) यानी एच5एन8 वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए करीब 40,000 पक्षियों को मारने का अनुमान है. सूत्रों ने बताया कि हालात काबू में होने के बावजूद प्रशासन ने जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है क्योंकि यह वायरस मनुष्य को भी संक्रमित करने की क्षमता रखता है. केरल में वर्ष 2016 में बड़े पैमाने पर बर्ड फ्लू फैला था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)