छत्तीसगढ़(बेमेतरा) के हिंसा प्रभावित बिरनपुर गांव के एक मकान में आग लगाने के आरोप में पुलिस ने शुक्रवार को पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मकान रहीम मोहम्मद (55) के दामाद का था. मोहम्मद और उसके बेटे की हत्या कर दी गई थी.
बेमेतरा जिले के पुलिस अधीक्षक इंदिरा कल्याण एलेसेला ने बताया कि बिरनपुर गांव में हुई घटनाओं की जांच के दौरान सामने आए निष्कर्षों के आधार पर पांचों को उनके निवास स्थानों से गिरफ्तार किया गया. एलेसेला ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान खैरागढ़ जिले के अजय रजक (23), प्रवीण कुमार साहू (27), प्रदीप रजक (21) और दिनेश रजक (23) तथा कबीरधाम जिले के संदीप साहू (20) के रूप में की गई है.
उन्होंने बताया कि आरोप है कि ये लोग 10 अप्रैल को बिरनपुर गांव के बाहरी इलाके के एक मकान में आग लगाने की घटना में शामिल थे. 10 अप्रैल को हिंदू संगठनों ने गांव में सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में बंद का आह्वान किया था.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने पहले इस सिलसिले में दर्ज प्राथमिकी में और धाराएं जोड़ी गई हैं. रायपुर से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित बिरनपुर गांव में आठ अप्रैल को स्कूली बच्चों के बीच मारपीट के बाद हिंसा भड़क गई थी.
इस झड़प में स्थानीय निवासी भुनेश्वर साहू (22) की मौत हो गई थी और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. तीन दिन बाद, रहीम और उनके बेटे इदुल मोहम्मद का शव बरामद हुआ था. उनके शरीर पर चोट के निशान थे. हिंदू संगठनों द्वारा 10 अप्रैल को आहूत छत्तीसगढ़ बंद के दौरान गांव के बाहरी इलाके में रहीम के दामाद के घर समेत दो मकानों को जला दिया गया था.
बिरनपुर गांव में हुई घटनाओं के सिलसिले में साजा थाने में छह प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि साहू की हत्या के आरोप में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. हालांकि, पुलिस अभी तक पिता-पुत्र की हत्या में शामिल लोगों की पहचान नहीं कर पाई है.
दुर्ग क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक आनंद छाबड़ा ने शुक्रवार को रहीम और उसके बेटे की हत्या में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 30 हजार रुपये इनाम की घोषणा की, वहीं बेमेतरा पुलिस अधीक्षक ने बृहस्पतिवार को 10 हजार रुपये के नकद इनाम की घोषणा की थी.
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