कैबिनेट कमेटी की बैठक में 2 मिनट का रखा गया मौन, CDS जनरल रावत को दी गई श्रद्धांजलि

कोयंबटूर और सुलूर के बीच कुन्नूर में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए 13 लोगों में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, बिपिन रावत, उनकी पत्नी और स्टाफ सदस्य शामिल थे.

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नई दिल्ली:

तमिलनाडु के नीलगिरी में हुए दुखद हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों के निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कल गुरुवार को तमिलनाडु हुए दुखद हेलिकॉप्टर हादसे के बारे में संसद को जानकारी दे सकते हैं. कोयंबटूर और सुलूर के बीच कुन्नूर में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए 13 लोगों में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, बिपिन रावत, उनकी पत्नी और स्टाफ सदस्य शामिल थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुर्घटना को लेकर वरिष्ठ मंत्रियों के एक समूह, सुरक्षा की कैबिनेट समिति से मुलाकात की. मंत्रिमंडल समिति ने जनरल रावत के निधन पर शोक व्यक्त किया और बैठक में 2 मिनट का मौन भी रखा गया.

प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आंतरिक सुरक्षा और रक्षा नीति पर देश के शीर्ष निर्णय लेने वाले निकाय में रक्षा, गृह, विदेश और वित्त मंत्री शामिल हैं. दिसंबर 2019 में, उन्होंने चार सितारा जनरल को पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में नामित किया था.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, ''तमिलनाडु में आज एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सशस्त्र बलों के जवानों के आकस्मिक निधन से गहरा दुख हुआ. उनका असामयिक निधन हमारे सशस्त्र बलों और देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है.''

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बता दें कि भारतीय वायु सेना ने पहले हेलिकॉप्टर हादसे की पुष्टि की थी. हादसे की जानकारी देने के कुछ देर बाद वायु सेना ने ट्वीट कर जनरल रावत की मौत की खबर दी थी.

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मौके पर बचाव और राहत कार्यों में कई घंटे लग गए. तमिलनाडु सरकार ने वरिष्ठ अधिकारियों को दुर्घटनास्थल पर भेजा. ऊटी से एक मेडिकल टीम और कोयंबटूर के विशेषज्ञ भी मौके पर पहुंचे थे.

हेलिकॉप्टर ने कोयंबटूर के सुलूर में सेना के अड्डे से उड़ान भरी थी और उधगमंडलम के वेलिंगटन के रास्ते में था. माना जा रहा है कि जनरल रावत को वहां स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज का दौरा करना था.

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