बिहार (Bihar) के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने गुरुवार को नीतीश सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि CM नीतीश जी केवल मुंह ज़ुबानी करप्शन (Corruption) पर "जीरोटॉलरेंस" (Zero Tolerance) की बात करते है लेकिन दस्तावेज़ों में भ्रष्टाचारियों को "सौ पर्सेंट "स्वीकृति" (Acceptance), "सौ (Hundred) पर्सेंट सुरक्षा (Protection)”, "Hundred पर्सेंट हिस्सेदारी (Participation)"," सौ (Hundred) पर्सेंट एसोसिएशन (Association)” और “सौ (Hundred) पर्सेंट संबंधन (Affiliation)" देते है. बता दें कि तेजस्वी ने यह बात तब कही है जब बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हों.
तेजस्वी ने एक अन्य ट्वीट में पेपर की कटिंग साझा करते हुए लिखा कि जीवनश्री इंफ्रास्ट्रक्चर और दीपकिरण इंफ्रास्ट्रक्टर प्राइवेट लिमिटेड दोनों कम्पनी के निदेशक उपमुख्यमंत्री के साले और दामाद शामिल है. ठेका देने से पहले इन कंपनियों को सरकारी काम करने का कोई अनुभव नहीं है. PWD नियमावली के अनुसार ऐसी किसी अनुभवहीन कंपनी को काम नहीं दिया जा सकता है.
दरअसल, बिहार सरकार की 'हर नल घर का जल' योजना को लेकर बिहार के डिप्टी सीएम पर भष्ट्राचार के आरोप लग रहे हैं. हालांकि बिहार (Bihar) के उप मुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद (Tarkishore Prasad) ने अपने ऊपर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच गुरुवार को सफाई दी है. उन्होंने कहा कि हर नल घर का जल योजना की सफलता से विपक्ष बौखला गया है. उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर लगाया गया आरोप तथ्यहीन एवं बेबुनियाद है और राजनीतिक साजिश का हिस्सा है. डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि हर घर नल का जल बिहार सरकार की महत्वकांक्षी योजना है. इस स्कीम के तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आम जनता को हर एक घरों में नल संयोजन के द्वारा पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित हुई है. उन्होंने कहा कि स्कीम की सफलता से घहराहट में विपक्ष अनर्गल प्रलाप कर रहा है.
वहीं, डिप्टी सीएम ने सफाई देते हुए कहा कि अंग्रेजी अखबार में छपी खबर में जिन दो कंपनियों के नाम का जिक्र किया गया है. उन कंपनियों में मेरे परिवार या ससुराल के कोई सदस्य शामिल नहीं है.
बिहार: 'हर घर नल का जल' योजना में घोटाले का आरोप, डिप्टी CM के रिश्तेदारों को मिला करोड़ों का ठेका
बता दें कि बिहार सरकार की इस योजना के बारे में इंडियन एक्सप्रेस ने उजागर किया. इस मामले को पूर्व में सार्वजनिक करने वाले पूर्व मंत्री और अब राष्ट्रीय जनता दल के नेता रामप्रकाश महतो का कहना है कि जब भी इससे संबंधित शिकायत की गयी तो बिहार पुलिस द्वारा ग्रामीणों को धमकाया जाता था. बताया जा रहा है कि यह घोटाला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) मंत्रिमंडल में भाजपा (BJP) के वरिष्ठ नेता और उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) से संबंधित है. जिनके गृह जनपद कटिहार में राज्य सरकार की 'हर घर नल का जल' योजना से संबंधित करीब 53 करोड़ के ठेके उनके बेटी और साले के कंपनियों को दिये गए. कटिहार में राज्य सरकार की 'हर घर नल का जल' योजना से संबंधित करीब 53 करोड़ के ठेके उनके बेटी और साले के कंपनियों को दिये गए. इससे पहले भाजपा के बिहार इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने सफ़ाई दी है कि ये ठेके जब वो विधायक थे तब मिले और उप मुख्यमंत्री बनने के पूर्व पूरा कर लिया गया.