बिहार में एक ऐसे कड़क अधिकारी भी हैं, जिनके रुतबे के चलते ना केवल विभाग के कर्मचारी कांपते हैं, बल्कि सामने पड़ने पर लोग अपना नाम भी भूल जाते हैं. हम बात कर रहे हैं बिहार के आईएएस और शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक की, जिनके रौब और काम करने के तरीके की हर जगह चर्चा होती रहती है.
आपके खौफ में नाम भूल गए - महिला टीचर
बिहार की शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केके पाठक के कड़क अंदाज के बीच शिक्षा महकमे की अजब गजब तस्वीरें सामने आती रहती हैं. वैशाली में पाठक के सामने खुद महिला टीचर अपना नाम भूल गईं और घबराई टीचर ने अधिकारी केके पाठक के सामने बड़ी मासूमियत से जवाब दिया कि आपके खौफ में नाम भूल गए.
29 में से 11 घटाने का पूछा सवाल
महिला टीचर जोड़ने-घटाने के साधारण सवाल पर वह हकलाती दिखीं. उनसे पूछा गया था कि 29 में 1 1 घटा दो तो कितना बचा. महिला टीचर ने काफी विचार के बाद कहा-18, इस पर केके पाठक कहते हैं कि हमें तो नहीं लगता कि ये बचता है.इस पर महिला टीचर कहती हैं कि सर यही होगा. इसके बाद अधिकारी कहते हैं कि सही कह रही हैं.
अधिकारी ने लगाई लताड़
केके पाठक ने आगे कहा कि कहीं आप हमारे डर की वजह से तो नहीं बोल पा रहीं. टीचर ने जवाब दिया नहीं सर. आप प्रभारी बन गईहैं. शिक्षिका ने कहा कि आज के लिए ही प्रभारी हैं. केके पाठक ने जवाब दिया कि कभी तो आप प्रभारी बनिएगा. एक दिन वह भी आएगा जब आप हमारे विद्यालय की प्रिंसिपल भी बनेंगी जो 29 में से 11 नहीं घटा पाते हैं.
दरअसल, बिहार सरकार में अपर शिक्षा सचिव केके पाठक आज वैशाली जिले के सरकारी स्कूलों का हाल जानने निकले थे. वैशाली के कई स्कूलों का एक के बाद एक दौरा करते केके पाठक बच्चों से लेकर सरकारी अध्यापको से व्यवस्था का हाल जान रहे थे.