बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की शानदार जीत के बाद नीतीश कुमार 20 नवंबर 2025 को पटना के गांधी मैदान में दसवीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. यह समारोह एक भव्य शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा अमित शाह, राजनाथ सिंह, धर्मेंद्र प्रधान जैसे शीर्ष केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित अन्य एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे.
बता दें कि पटना के गांधी मैदान को 17 से 20 नवंबर तक आम जनता के लिए बंद रखा गया है ताकि तैयारियां पूरी हो सकें. जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार का वर्तमान मंत्रिमंडल अंतिम बैठक करेगा, उसके बाद इस्तीफा देकर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा. एनडीए के सहयोगी दलों (जेडीयू, बीजेपी, LJP(R), HAM, RLM) के विधायक नेता चुनेंगे.
जेडीयू ने जीती 85 सीटें
गौरतलब है कि 243 सीटों वाली विधानसभा में हाल ही में हुए दो चरणों के चुनावों में BJP ने 89 सीटें, जबकि JDU ने 85 सीटें जीती हैं. NDA ने कुल 202 सीटों पर कब्जा कर बड़ी जीत हासिल की है. खास बात यह है कि BJP शानदार स्ट्राइक रेट के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है.
कुछ ऐसे तय होगा बिहार का मंत्रिमंडल
सूत्रों की मानें तो एनडीए में मंत्रिमंडल को लेकर सहमति बन गई है. नए मंत्रिमंडल गठन को लेकर बनी सहमति के अनुसार 6 विधायकों पर एक मंत्री बनाए जा सकते हैं. इस आधार पर जदयू के कोटे से 14 मंत्री होने की संभावना. वहीं बीजेपी से 15-16 मंत्री बनाए जा सकते हैं. लोजपा रामविलास के कोटे से 3 और जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को एक-एक मंत्री पद मिल सकता है.
एनडीए को मिली 202 सीटों पर जीत
सत्तारूढ़ एनडीए को 202 सीटें मिलीं, जो 243 सदस्यीय सदन में तीन-चौथाई बहुमत है. यह दूसरी बार है जब एनडीए ने विधानसभा चुनावों में 200 का आंकड़ा पार किया है. 2010 के चुनावों में एनडीए ने 206 सीटें जीती थीं. महागठबंधन को सिर्फ 35 सीटें मिलीं, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल ने 25 सीटें और कांग्रेस ने 6 सीटों पर जीत हासिल की है.














