बिहार : बाढ़ ग्रस्त इलाकों में नीतीश सरकार के दावों की खुली पोल, शवों को ले जाने के लिए नहीं है एंबुलेंस सुविधा

महिला के परिजन उनके घर से लगभग दो किलोमीटर की दूरी तय करते हुए शव को खाट पर लादकर मुख्य सड़क तक लाए. इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए शव को कटिहार सदर अस्पताल लाया गया. मृतक के परिजनों ने कहा कि उन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई सुविधा नही मिली.

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
कटिहार:

मृतक के घर से मुख्य सड़क तक चारों तरफ महानन्दा का पानी ही पानी है. इस कारण शव को मुख्य सड़क तक लाने के लिए कोई सरकारी सुविधा नहीं मिल सकी. कटिहार के बाढ़ ग्रस्त इलाकों में मरीजों को एंबुलेंस न होने से खटिया पर ले जाया जा रहा है. कटिहार के प्राणपुर प्रखंड के केशोपुर गांव में 65 वर्षीय निमिजन देवी की मौत बाढ़ के पानी में डूबने से हो गई. मृतक के घर से मुख्य सड़क तक चारों तरफ महानन्दा का पानी ही पानी है. इस कारण शव को मुख्य सड़क तक लाने के लिए कोई सरकारी सुविधा नहीं मिल सकी.

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महिला के परिजन उनके घर से लगभग दो किलोमीटर की दूरी तय करते हुए शव को खाट पर लादकर मुख्य सड़क तक लाए. इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए शव को कटिहार सदर अस्पताल लाया गया. मृतक के परिजनों ने कहा कि उन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई सुविधा नही मिली. खटिया पर शव लेकर दो किलोमीटर की दूरी तय करने का एक वीडियो स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल रहा है.

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