गुरुग्राम में बिहार के एक श्रमिक की पीट-पीटकर हत्या, शव को झाडि़यों में फेंका

गुरुग्राम में एक हत्‍या का मामला सामने आया है. मृतक के बेटे ने आरोप लगाया है कि मजदूरी को लेकर उसके पिता का एक ठेकेदार से झगड़ा हुआ था और इस हत्या के पीछे उसी ठेकेदार का हाथ है. पुलिस ने मामले की जांच कर दी है.

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पुलिस ने बताया कि शव के सिर और चेहरे पर चोट के निशान

गुरुग्राम:  गुरुग्राम के सेक्टर 56 में बिहार के रहने वाले 52 वर्षीय एक श्रमिक की धन के चलते विवाद को लेकर कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी. हत्‍या करने के बाद उसका शव झाड़ियों में फेंक दिया गया. मृतक के बेटे ने आरोप लगाया है कि मजदूरी को लेकर उसके पिता का एक ठेकेदार से झगड़ा हुआ था और इस हत्या के पीछे उसी ठेकेदार का हाथ है. पुलिस ने बताया कि उन्हें बुधवार सुबह गोल्फ कोर्स रोड पर रैपिड मेट्रो स्टेशन के पास झाड़ियों में खून से लथपथ शव पड़ा होने की सूचना मिली और वे मौके पर पहुंचे.

पुलिस ने बताया कि शव के सिर और चेहरे पर चोट के निशान थे, जिन्हें देखकर लग रहा था कि किसी भारी वस्तु से वार किया गया है. पास में एक ईंट भी पड़ी मिली. मृतक की पहचान बिहार के रहने वाले रामविलास के रूप में हुई है. रामविलाम के बेटे की शिकायत पर सेक्टर 56 थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. सेक्टर 56 के थाना प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि वे आरोपियों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं.

मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक ने पिता की हत्या की
उत्‍तर प्रदेश के भदोही जिले के दुर्गागंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक गांव में 20 वर्षीय एक युवक ने अपने पिता की ईंट से कुचल कर कथित तौर पर हत्या कर दी. सूचना पर पुलिस ने शव को कब्ज़े में लेकर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि यह घटना बड़ा कठार गाँव में मंगलवार की रात को हुई. थाना अध्यक्ष विनोद दूबे ने बताया कि दिव्यांशु पांडेय (20) ने अपने पिता चंद्रशेखर पांडेय (55) को किसी बात को लेकर पकड़ा और उनके सिर पर ईंट से कई वार किये. विनोद दूबे को मृतक के दूसरे बेटे जयेश पांडेय ने बताया कि दिव्यांशु पांच साल से "शीजो इफेक्टिव डिस्ऑर्डर" बीमारी से ग्रस्त है जिसकी वजह से वह छोटी सी बात पर भी बेहद आक्रोशित हो जाता है.

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