बिहार (Bihar) के दरभंगा में नवरात्र के अंतिम दिन एक मंदिर में घुसकर अपराधियों ने प्रधान पुजारी की गोली मारकर हत्या कर दी. गुरुवार की अहले सुबह हुई वारदात में दरभंगा के राज परिसर में स्थापित प्रसिद्ध कंकाली मंदिर के मुख्य पुजारी राजीव कुमार झा उर्फ अन्टू झा की हत्या कर दी गई. उन्हें बचाने आए दूसरे शख्स चिरंजीवी झा को भी अपराधियों ने गोली मार दी, जिससे वह घायल हो गया. घायल पुजारी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पुलिस ने बताया कि अपराधियों ने मंदिर में करीब एक दर्जन राउंड फायरिंग की. प्रधान पुजारी को चार गोली मारी गई थी. फायरिंग की आवाज सुनकर स्थानीय लोग मंदिर पहुंचे और वहां से भाग रहे अपराधियों में से तीन को पकड़ लिया. इस दौरान भीड़ ने एक अपराधी कीपीट-पीटकर हत्या कर दी.
घटना की सूचना पाते ही जिले के एसएसपी बाबू राम जब मौके पह पहुंचे तो उन्हें स्थानीय लोगों के गुस्से को झेलना पड़ा. एसएसपी ने इस घटना में दो लोगों के मौत की पुष्टि की है. लोगों ने दो अपराधियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है, जबकि एक फरार होने में कामयाब रहा.
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नगर विधायक संजय सरावगी भी सूचना पाकर मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को ढांढ़स बंधाया. विधायक ने मामले में त्वरित कार्यवाही कर दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की .
गोलियों की तड़तड़ाहट के बाद मौके पर हडकंप मच गया. कुछ लोगों ने हिम्मत दिखाई और चार हथियार बंद अपराधियों में से तीन अपराधी को पकड़ लिया. जानकारी के अनुसार सभी अपराधी कार पर सवार होकर पहुंचे थे. घटनास्थल से तकरीबन 500 मीटर दूर सन्नाटे वाली जगह पर बदमाशों ने अपनी कार रोकी फिर वहां से हाथ में पिस्टल लहराते सभी मंदिर के अंदर घुसे और मुख्य पुजारी की पहचान कर उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी.
भीड़ की पिटाई में मारे गए अपराधी की पहचान पुलकित राज सिंह के रूप में हुई रहै. बताया जा रहा है कि वह दरभंगा के दिल्ली मोड़ का रहने वाला है जबकि पकड़े गए दो अपराधी की पहचान अभिषेक राज (नगर थाना के शुभंकरपुर मुहल्ला) और अभिजीत सिन्हा (लक्ष्मी सागर) मुहल्ले के निवासी के रूप में हुई है. चौथा फरार अपराधी की पहचान आशु ठाकुर के रूप में हुई है जो मुजफ्फरपुर के लखनपुर गांव का रहनेवाला है.
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एसएसपी बाबू राम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुजारी के शरीर पर चार गोली लगने से उनकी मौत हो गई जबकि एक अपराधी की भीड़ की पिटाई के कारण मौत हो गई. दो अपराधी भीड़ की पिटाई से घायल है जिसका इलाज़ पुलिस कस्टडी में चल रहा है. उन्होंने बताया घटना के पीछे के कारण के तौर पर प्रथम जानकारी के अनुसार मोबाइल के विवाद की बात सामने आ रही है. हालांकि पुलिस इसके अलावा और सभी विकल्पों पर भी जांच कर रही है.
वारदात के चश्मदीद और मौके पर मौजूद सहायक पुजारी दयाकांत झा ने बताया कि सुबह 4-5 बजे के बीच चार अपराधी पिस्तौल के साथ मंदिर के अंदर पहुंचे और मुख्य पुजारी की पहचान नाम पूछ कर किया और सीधे गोलियां चलानी शुरु कर दी जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक दूसरे भक्त को भी गोली लग गई.