देश में एक तरफ जहां टीकाकरण अभियान चल रहा है तो दूसरी ओर इसको लेकर लोगों में इसका खौफ बरकार है. कुछ ऐसा ही नजारा दिखा बिहार (Bihar) के पूर्णिया ( Purnia) शहर में जहां, रविवार यानी 6 जून को वैक्सीनशन (vaccination) वैन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पूर्णिया शहर के वार्ड नम्बर 4 स्थित रहमतनगर पहुंची. यहां मध्य विद्यालय रहमतनगर को वैक्सीनशन केंद्र बनाया गया था. आसपास के लोगों को वैक्सीनशन की पूर्व जानकारी नहीं थी. टीम के सदस्य जिसमे एक एएनएम और आशा थी, लोगों को सूचित करने के लिए वैन से निकल पड़ी. लोगों को वैक्सीनशन के फायदे बताए तो यह भी बताया की आवास योजना और आपदा के तहत मिलने वाली 4 लाख की राशि भी वैक्सीनशन के बाद मिलने में सहूलियत होगी.
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हलांकि टीम का जन सम्पर्क अभियान का भी कोई ख़ास असर देखने को नही मिला. नतीजा यह था कि दो घण्टे में महज 02 लोग ही वैक्सीनशन केंद्र पहुंचे थे. वैक्सीनशन के प्रति लोगों का अलग-अलग नजरिया था. प्राइवेट कंपनी में नौकरी करने वाले सुरेश कहते हैं कि उनके जैसे रोज कमाने -खाने वाले डरते हैं कि वैक्सीन लेने से बीमार न पड़ जाएं. व्यापारी मो. मारूफ के अनुसार, सरकार के प्रति लोगों में अविश्वास है, वैक्सीन के प्रति विश्वास जगाना होगा.
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लुकमान अली कहते हैं कि कोरोना रहेगा तब न वैक्सीन लेंगे. भगवान मुसीबत दिया है तो उससे डरना है. वहीं मो मुस्लिम कह रहे हैं कि हम जान रहे हैं कि हमे कोई बीमारी नहीं है, इसलिए वैक्सीन नहीं ले रहे हैं. वैक्सीनशन टीम के सदस्य केअर इंडिया के प्रतिनिधि दीपसेन मानते हैं कि लोगों में जानकारी का अभाव है, वैक्सीन लेने से डर रहे हैं. जिसका नतीजा है कि दो घण्टे में महज दो लोग वैक्सीनशन के लिए पहुंचे हैं.
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