- सचिन पायलट ने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से गठबंधन पर कहा कि हर दल जो एंटी NDA है, उससे गठबंधन कर सकते हैं.
- सचिन पायलट ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए NDTV से कहा कि इंजन डबल है, लेकिन कार्रवाई दिल्ली से हो रही है.
- कांग्रेस नेता ने कहा कि मुद्दा पांच या कम सीटों पर लड़ने का नहीं है, बल्कि व्यवस्था में बदलाव लाने का है.
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है और पार्टियां जोर-शोर से चुनाव की तैयारियों में जुटी हैं. कांग्रेस ने भी चुनाव में जीत हासिल करने के लिए अपनी तैयारी तेज कर दी है. बिहार की राजधानी पटना में कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक की बड़ी बैठक हुई, जिसमें कई नेता शामिल हुए. इस चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम भी ताल ठोक रही है, जिसे लेकर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कांग्रेस और राजद को सलाह दी है. एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में सचिन पायलट ने कहा कि हर दल जो एंटी एनडीए है, उससे गठबंधन कर सकते है. उन्होंने कहा कि इससे हमारा गठबंधन मजबूत होगा.
सचिन पायलट ने एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में महागठबंधन और राष्ट्रीय जनता दल को लेकर कई मुद्दों को लेकर अपनी बात रखी. इस दौरान पायलट ने ओवैसी से गठबंधन के सवाल पर साफ कहा कि हर वैसा दल जो एंटी एनडीए है और उनके खिलाफ लड़ रहा है, उससे गठबंधन कर सकते हैं.
साथ ही जब पायलट से पूछा गया कि क्या आपको लगता है कि ओवैसी एंटी एनडीए हैं तो उन्होंने बेबाकी से कहा कि मैं हमेशा देखता हूं कि वे बीजेपी के खिलाफ बातें करते हैं. सभी ऐसे दल यदि साथ आते हैं तो हमारा गठबंधन मजबूत होगा.
इंजन डबल, लेकिन कार्रवाई दिल्ली से: पायलट
इसके साथ ही सचिन पायलट ने आगामी चुनावों से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है. पायलट ने कहा कि वोटर लिस्ट और बूथ केंद्रों की फुटेज पार्टियों को दी जानी चाहिए. उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा, "ऐसा लगता है कि उनका सिर्फ इस्तेमाल किया गया है." पायलट ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री को फ्रंट फुट पर आकर नेतृत्व करना चाहिए, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि "इंजन डबल है और कार्रवाई दिल्ली से हो रही है."
बिहार की सबसे बड़ी समस्या पलायन: पायलट
सचिन पायलट ने कहा कि सभी पार्टियां अपने वादे करती हैं, लेकिन सबसे बड़ी समस्या बिहार में रिकॉर्ड-तोड़ पलायन है. उन्होंने सवाल उठाया, "आपने कितनी भी घोषणाएं की हों, उनका धरातल पर क्या असर हुआ है?" उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पिछले कई सालों में बिहार में कोई भी बड़ी इंडस्ट्री नहीं आई है, जबकि "यहां पेपर चोरी होता है और लाठी मारी जाती है."
मुद्दा व्यवस्था में बदलाव लाने का है: पायलट
उन्होंने माना कि बिहार के लोग बदलाव चाहते हैं और हर पार्टी की अपनी भूमिका होती है. पायलट ने कहा, "हम पूरे महागठबंधन के साथ काम कर रहे हैं, पर कांग्रेस के भी समर्थक हैं." उन्होंने स्पष्ट किया कि मुद्दा पांच या कम सीटों पर लड़ने का नहीं है, बल्कि व्यवस्था में बदलाव लाने का है.
सचिन पायलट ने कहा कि जब सभी मिलकर लड़ेंगे, तभी परिवर्तन आएगा. उन्होंने बीजेपी पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री पद के लिए किसी चेहरे की घोषणा नहीं की है. अपनी पार्टी के रुख को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि पद लेने या देने के लिए नहीं है, और सही समय आने पर सही निर्णय लिया जाएगा.