'जातिवाद का जहर फैलाकर राजनीति करने वालों को बिहार ने आईना दिखाया', सूरत में गरजे पीएम मोदी

बिहार में बंपर जीत के बाद गुजरात दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने सूरत में एक सभा को संबोधित करते हुए जातिवाद के नाम पर राजनीति करने वालों को आड़े हाथ लिया.

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  • बिहार में बंपर जीत के बाद सूरत पहुंचे पीएम मोदी ने जातिवाद के नाम पर राजनीति करने वालों को आड़े हाथ लिया
  • उन्होंने कहा कि बिहार ने चुनाव में जातिवाद के जहर को पूरी तरह नकार दिया है, ये देश के लिए उज्ज्वल संदेश है
  • पीएम ने कहा कि बिहार चुनाव में जनता ने वक्फ कानून फाड़ने वालों के सांप्रदायिक जहर को भी नकार दिया है
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बिहार में एनडीए की बंपर जीत के बाद गुजरात दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों पर तीखा निशाना साधा. सूरत में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने जातिवाद के नाम पर राजनीति करने वालों को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा बिहार में कई जमानती नेता, वहां जा-जाकर जातिवाद का भाषण देते रहते थे. पूरी ताकत से जातिवाद का जहर फैलाते रहते थे. पुराने जमाने से उन्हें लगता था कि इससे उनका खेल हो जाएगा. लेकिन इस बार बिहार ने चुनाव में जातिवाद के जहर को पूरी तरह नकार दिया है. ये देश के लिए बहुत उज्जवल संदेश है. 

पीएम मोदी ने वक्फ कानून का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में गैरकानूनी तरीके से जमीनों, मकानों को कब्जा करके जो वक्फ बना दिया जाता था. तमिलनाडु में तो हजारों हजार साल पुराने गांव के गांव वक्फ प्रॉपर्टी बना दिए गए थे. देश भर में चिंता पैदा हो गई थी. तब हमने वक्फ को लेकर संसद में कानून पारित किया. 

पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के चुनाव में ये जमानती, नामदार, उनके साथी सार्वजनिक रूप से वक्फ कानून को फाड़ देते थे और कहते थे कि हम जीतकर आएंगे और वक्फ कानून को लागू नहीं होने देंगे. बिहार के लोगों ने विकास की राह पर चलते हुए इस सांप्रदायिक जहर को भी पूरी तरह नकार दिया है. 

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि बिहार विधानसभा में पिछले 2-3 साल से वरिष्ठ नेताओं द्वारा नीतीश कुमार को अपमानित करने का फैशन सा बन गया था. भद्दे शब्दों में इस्तेमाल होता था. जो दूसरे नामदार हैं, वो भी पार्लियामेंट की सारी मर्यादाएं तोड़कर जिस तरह से भद्दी हरकतें करते हैं, वैसी ही हरकतें पटना में होती थीं. न देश की जनता इसे स्वीकार करती है और न ही बिहार की जनता इसे कतई स्वीकार कर सकती है. 

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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस तरह की इन नेताओं के प्रति पूरी तरह नफरत का माहौल इस चुनाव में नजर आ रहा था. समाज के सभी वर्गों ने, सभी क्षेत्रों ने एनडीए और उसके साथी दलों को अभूतपूर्व समर्थन दिया है. बिहार में दलित समुदाय के प्रभाव वाली 38 सीटों में से 34 सीटें एनडीए ने जीती है. ये जो झूठ फैलाते थे, दलित समाज ने उसे ठुकरा दिया. 

पीएम मोदी ने कहा कि मुस्लिम लीगी माओवादी कांग्रेस यानी MMC को देश तो नकार चुका है, कांग्रेस पार्टी में राष्ट्रीय विचारों से पले-बढ़े लोग, जिन्होंने कभी इंदिरा गांधी और राजीव गांधी जैसे लोगों के नेतृत्व किया है, इस नामदार की हरकतों से आज दुखी है. वह कहते हैं कि कांग्रेस को अब कोई बचा नहीं सकता है. 50-60 साल तक एकछत्र राज करने वाले लोग एक-दो दशक में इस तरह से खत्म हो जाए, ये उनके लिए आत्म निरीक्षण का विषय है. 

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उन्होंने आगे कहा कि वो अपनी पार्टी और साथियों को भी हार के कारण समझा नहीं पा रहे हैं. इसलिए कभी ईवीएम तो कभी चुनाव आयोग और कभी मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण का बहाना बनाते हैं. ये बहाने लंबे समय तक उनके कैडर को स्वीकार्य नहीं होगा. 

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकसभा के चुनाव के बाद जितने भी चुनाव हुए हैं, सबमें उनकी हालत खराब है. जिन 5-6 राज्यों में चुनाव हुए, उनमें कुल मिलाकर कांग्रेस को जो विधायक मिले, उससे ज्यादा विधायक कल हमें अकेले बिहार में मिले हैं. उन्होंने कहा कि हर जीत हमारे लिए ज्यादा जिम्मेदारी लेकर आती है. हर विजय हमें देश के लिए ज्यादा काम करने की प्रेरणा देती है. 
आदिवासी नेता भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर नर्मदा जिले के डेडियापाड़ा शहर में सभा को संबोधत करते हुए पीएम मोदी ने कहा आदिवासियों ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बहुत बड़ा योगदान दिया, लेकिन कांग्रेस ने कभी उनके योगदान को मान्यता नहीं दी और आजादी के बाद पार्टी के 60 साल के शासन के दौरान उन्हें अपने हाल पर छोड़ दिया गया. 
 

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