बिहार के मुजफ्फरपुर में एक बस ड्राइवर की चलती गाड़ी में ही मौत हो गई. किशनगंज से पटना जा रही यात्री बस के ड्राइवर को अचानक दिल का दौरा पड़ गया. इससे ड्राइवर की मौत ड्राइविंग सीट पर ही हो गई. दम तोड़ने से पहले ड्राइवर ने दर्द के बीच भी पहले बस और यात्रियों को बचाया और फिर स्टेयरिंग पर ही दम तोड़ दिया. बस किशनगंज से पटना जा रही थी. मृतक ड्राइवर की पहचान पटना जिले के मीठापुर निवासी मुन्ना नेपाली के रूप में हुई.
घटना मुजफ्फरपुर के कुढ़नी के बलिया क्षेत्र की है. बस में तीस यात्री सवार थे. सफर के दौरान हुए इस दर्दनाक हादसे ने बस में बैठे सभी यात्रियों को भी झकझोर कर रख दिया. ड्राइवर की मौत से सभी यात्री दुखी हैं. गनीमत यह है कि दम तोड़ने से पहले ड्राइवर ने बस में सवार तीस यात्रियों को पहले सुरक्षित बचाया... बस को किनारे कर दिया, फिर दम तोड़ दिया. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. वहीं, स्थानीय ग्रामीणों की मौके पर भीड़ जुट गई. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया.
बस के हेल्पर ने बताया कि हार्ट अटैक से ड्राइवर की मौत हो गई है .बस काफी रफ्तार में थी. लेकिन सीने में जैसे ही दर्द उठा, ड्राइवर ने अपनी सूझबूझ से बस की गति कम करते हुए किनारे किया और स्टीयरिंग पर गिर गया, कुछ देर में ही उसकी मौत हो गई. सभी यात्री सुरक्षित हैं, यात्री दूसरे बस से अपने गंतव्य स्थान के लिए निकल गए.
मिली जानकारी के अनुसार, बस किशनगंज से चलकर रफ्तार से मुजफ्फरपुर व हाजीपुर के रास्ते पटना के लिए जा रही थी. कुढ़नी थाना क्षेत्र में बलिया ओवर ब्रिज पर चढ़ते ही ड्राइवर को बेचैनी होने लगी. गाड़ी से नियंत्रण छुटने लगा, बेचैनी और सीने में दर्द के कारण ड्राइवर बस पर से अपना संतुलन खोने लगा. बस डिवाइडर से टकराती, लेकिन इससे पहले अपनी जान की परवाह किए बगैर ड्राइवर ने बस को सड़क के किनारे खड़ा किया. बस खड़ी करने के साथ ही स्टेयरिंग सीट पर उसकी मौत हो गई. सभी यात्री बस से बाहर निकल कर सड़क पर आ गए.
मौत की खबर मिलते ही यात्रियों में हड़कंप मच गया. बस पर सवार तीस यात्री बस से बाहर निकले और राहत की सांस ली. वहीं यात्रियों ने अपनी मौत से लड़ते हुए बस को सुरक्षित खड़ा करने के लिए ड्राइवर की सराहना की.