बिहार: फोन चोरी के बाद सिम कराई ब्लॉक, फिर भी अकाउंट से उड़े लाखों रुपये

'पीड़ित ने मोबाइल चोरी होते ही सिम कार्ड ब्लॉक करवा दिया था, लेकिन इसके बावजूद ठगों ने उसके यूपीआई एप से 13 बार ट्रांजेक्शन कर डाले.'

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • बिहार के कटिहार में मोबाइल चोरी के तीन घंटे के भीतर बैंक खाते से लगभग दो लाख रुपये की साइबर ठगी हुई है
  • पीड़ित ने सिम ब्लॉक करवा दिया था, लेकिन ठगों ने यूपीआई एप से तेरह बार अवैध ट्रांजेक्शन किए
  • मोबाइल चोरी होने पर नया सिम दूसरे फोन में सक्रिय कर यूपीआई एप में पुनः लॉगिन करना आवश्यक होता है
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

देश में साइबर फ्रॉड के केस लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. सरकारी डेटा के अनुसार अनजान कॉल के जरिए ओटीपी लेकर ठगी के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. इसी बीच बिहार के कटिहार से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. यहां एक शख्स के साथ साइबर ठगी की बड़ी वारदात हुई है, मोबाइल चोरी होने के महज 3 घंटे के भीतर ठगों ने पीड़ित के बैंक खाते से लगभग दो लाख रुपये उड़ा लिए. पीड़ित ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज करा दी है, जिसके बाद साइबर पुलिस जांच में जुट गई है.

ठगों ने किया  13 बार ट्रांजेक्शन

साइबर डीएसपी वसीम फिरोज ने मामले की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि, 'पीड़ित ने मोबाइल चोरी होते ही सिम कार्ड ब्लॉक करवा दिया था, लेकिन इसके बावजूद ठगों ने उसके यूपीआई एप से 13 बार ट्रांजेक्शन कर डाले. ठगों ने मोबाइल में मौजूद यूपीआई एप का गलत फायदा उठाया.' 

'फोन चोरी होने के बाद दूसरे फोन में करें सिम एक्टिव'

उन्होंने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि, 'मोबाइल चोरी होने पर सिर्फ सिम ब्लॉक करना काफी नहीं है बल्कि जैसे ही मोबाइल चोरी हो, सबसे पहले नया सिम एक्टिव कर किसी सुरक्षित मोबाइल में इनस्टॉल कर उसी में यूपीआई एप में फिर से लॉगिन करें लें क्योंकि ऐसा करते ही पुराने मोबाइल में यूपीआई अपने आप डीएक्टिवेट हो जाता है और ठगों के हाथ आपकी बैंक डिटेल्स नहीं लगती.' डीएसपी ने ये भी कहा कि, 'थोड़ी सी लापरवाही से पूरी जिंदगी की जमा-पूंजी गायब हो सकती है. सावधान रहें, सतर्क रहें और जरूरत पड़ने पर तुरंत साइबर पुलिस से संपर्क करें.'

साइबर ठगी होने पर जल्द दें पुलिस को जानकारी

साइबर ठगी होने पर जल्दी साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें. साथ ही (https://cybercrime.gov.in) पोर्टल पर इसकी शिकायत की जा सकती है.

Featured Video Of The Day
Betting App Case: ऐप के ब्रांड एंबेस्डर Suresh Raina पहुंचे ED ऑफिस , जानें पूरा मामला