लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की ओर से टिकट आवंटित करने की अफवाहों के बीच, कांग्रेस की बिहार इकाई के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने बृहस्पतिवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मुलाकात की. प्रसाद से मुलाकात के बाद, कांग्रेस नेता ने कहा कि सभी मुद्दों को सही समय पर सुलझा लिया जाएगा. हालांकि, पहले चरण की सभी चार लोकसभा सीट के लिए लालू प्रसाद द्वारा एकतरफा टिकट आवंटित किए जाने की अफवाहों के संबंध में किए सवाल को उन्होंने टाल दिया.
राजद प्रमुख से मुलाकात के बारे में अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, ‘‘मैं लालू यादव से मिलता रहता हूं. इसमें कुछ भी नया नहीं है.'' उन्होंने कहा कि महागठबंधन के घटकों के बीच सीट बंटवारे का फैसला ‘‘कुछ दिनों में'' लिया जाएगा. कांग्रेस और राजद के अलावा महागठबंधन में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) शामिल हैं. राजद ने बुधवार को आयोजित की गई पार्टी की राज्य और केंद्रीय संसदीय दल की बैठक के दौरान पार्टी अध्यक्ष को उम्मीदवारों पर निर्णय लेने और समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठजोड़ की संभावनाएं तलाशने के लिए अधिकृत कर दिया था.
सूत्रों ने यह भी दावा किया कि बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) छोड़ने वाले पूर्व विधायक अभय कुशवाहा को राजद के टिकट पर औरंगाबाद से चुनाव लड़ने के लिए कहा गया है. अगर ये दावे सच साबित होते हैं तो यह राजद को कांग्रेस के साथ सीधे टकराव की ओर ले लाएगा क्योंकि कांग्रेस औरंगाबाद सीट को उन चुनिंदा सीट में से एक मानती है, जहां वह चुनाव में विरोधी उम्मीदवार को कड़ी टक्कर दे सकती है.
राजद सूत्रों के अनुसार लालू यादव ने जिस अन्य सीट पर उम्मीदवार तय किया है, उनमें बक्सर भी है. यहां से पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे एवं रामगढ़ से विधायक सुधाकर को उतारे जाने की संभावना है. चर्चा है कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद कुख्यात अपराधी से नेता बने मुन्ना शुक्ला को वैशाली लोकसभा सीट से मैदान में उतारने पर भी सहमत हो गए हैं. शुक्ला दो बार के विधायक भी रह चुके हैं. इसके अलावा, आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अशोक महतो की पत्नी को राजद प्रमुख की तरफ से मुंगेर लोकसभा सीट के लिए टिकट दिए जाने का आश्वासन मिलने की भी चर्चा है.