बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने फिर स्वीकार किया है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कारण कैबिनेट विस्तार नहीं हो पा रहा. कैबिनेट के लिए जब तक बीजेपी अपने सदस्यों कि सूची नहीं भेजती, नीतीश कुमार कैबिनेट का विस्तार नहीं करेंगे.मुख्यमंत्री शुक्रवार को पुराने सचिवालय के अपने दफ़्तर में पूरे दिन समीक्षा बैठक करने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे.नीतीश ने माना कि उनके शासनकाल में शायद ये पहली बार हैं कि सरकार गठन को डेढ़ महीने से अधिक समय होने के बाद भी वे मात्र चौदह मंत्रियों के साथ काम कर रहे है. उनका कहना था कि फ़िलहाल इस विषय पर बीजेपी की ओर से न कोई सूची आयी हैं और न ही बातचीत हुई है.
BJP सांसद ने नीतीश की शराबबंदी की बखिया उधेड़ी, बोले- अवैध कमाई का बना जरिया
वैसे, गुरुवार को बीजेपी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल पार्टी के बिहार प्रभारी भूपेन्द्र यादव के नेतृत्व में मुख्यमंत्री आवास में नीतीश से से मिला था. सीएम ने इस मुलाकात के बारे में कहा कि कोई राजनीतिक बात नहीं हुई. उन्होंने कहा कि यूं कहिए कोई राजनीतिक बातचीत नहीं हुई है, कल भी किसी तरह की कोई बातचीत नहीं हुई है. नीतीश ने कहा, 'हमने आज अख़बार में देखा कि छपा हुआ है कि कैबिनेट के विस्तार के बारे में बातचीत हुई. हम तो पहले ही बता चुके हैं पहले कहां देर होती थी अब तो शुरू में ही कर देते हैं लेकिन इसके बारे में जब तक उन लोगों की राय नहीं आ जाएगी, विस्तार नहीं होगा.
बिहार में अब नीतीश कुमार का आदेश नहीं चलता, भाजपा हावी :राबड़ी देवी
गुरुवार की बैठक के दौरान दोनों उप मुख्यमंत्री भी शामिल थे. इस बैठक के बारे में नीतीश ने कहा कि सामान्य बातचीत हुई. जो बिहार के बारे में किया जा सकता है, हम लोग काम कर रहे हैं. आगे की योजना, लक्ष्य आदि चीज़ों पर बात हुई. भाजपा के नेताओं का भी कहना हैं कि नीतीश कुमार सच बोल रहे हैं क्योंकि राजनीतिक बातें प्रतिनिधिमंडल के साथ नहीं होती लेकिन उनका कहना हैं मंत्रिमंडल में विस्तार को लेकर फार्मूला पर बात अटकी है और नीतीश कुमार इस पर बराबरी से अटके हुए हैं जो बदली राजनीतिक परिस्थिति में मानना संभव नहीं हैं.
बिहार में अपराध की घटनाएं बढ़ने पर CM नीतीश कुमार का आया बयान