- बिहार में गंभीर अपराधों में हालिया वारदातों के बाद सीएम नीतीश कुमार के आदेश पर 12 आईपीएस अफसरों का तबादला किया गया है.
- पटना से पांच आईपीएस अधिकारियों को अन्य जिलों में भेजा गया है जबकि छह अधिकारियों को पटना लाकर तैनाती दी गई.
- पटना के एसपी संजय कुमार को सारण भेजा गया है, मिथिलेश कुमार को पटना पुलिस मुख्यालय लाया गया है. शैशव यादव डुमरांव भेज दिए गए हैं.
बिहार में अपराधों की हालिया कई बड़ी घटनाओं के बाद पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल किया गया है. राज्य में 12 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर ये कार्यवाही हुई है. बिहार में आगामी चुनाव से पहले कानून-व्यवस्था को लेकर हाल के दिनों में कई गंभीर सवाल खड़े हुए हैं.
बिहार के गृह विभाग की तरफ से शुक्रवार को जारी सूचना के मुताबिक, पटना से पांच आईपीएस अधिकारियों को हटाकर दूसरे जिलों में भेजा गया है, वहीं छह अफसरों को पटना लाया गया है. पटना के पुलिस अधीक्षक (कानून व्यवस्था) संजय कुमार को सारण का एसपी (ग्रामीण) बनाकर भेज दिया गया है. कटिहार के एसपी वैभव शर्मा को पटना के अपराध अनुसंधान कंट्रोल रूम में एसपी की जिम्मेदारी दी गई है.
सारण के एसपी शिखर चौधरी को कटिहार के एसपी की जिम्मेदारी दी गई है. पटना के सहायक पुलिस महानिरीक्षक (आधुनिकीकरण) शैशव यादव का तबादला सैन्य पुलिस प्रशिक्षण केंद्र डुमरांव में कमांडेंट के रूप में किया गया है. पटना में तैनात पुलिस अधीक्षक (निगरानी अन्वेषण ब्यूरो) मनोज कुमार को बेगूसराय में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-8 का कमांडेंट बनाया गया है.
बगहा के स्वाभिमान विशेष सशस्त्र पुलिस बल के कमांडेंट मिथिलेश कुमार को पटना पुलिस मुख्यालय में वेटिंग में रखा गया है. महेंद्र कुमार बसंत्री को पटना के गृह रक्षा विभाग में कमांडेंट की जिम्मेदारी दी गई है. वह अभी तक डुमरांव के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में कमांडेंट थे. वहीं नवजोत सिमी को बेगूसराय के विशेष सशस्त्र पुलिस-8 के कमांडेंट से बेगूसराय भेजा गया है. मोतिहारी पकड़ीदयाल के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मो. मोहिबुल्लाह अंसारी को पटना में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-1 की जिम्मेदारी दी गई है.
इसके अलावा, दिव्यांजलि जायसवाल को पटना के अपराध अनुसंधान विभाग में सहायक पुलिस अधीक्षक पद पर भेजा गया है. वह रामनगर बगहा में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के पद पर थीं. अन्य अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों में उनके अलावा अतुलेश झा को पटना सिटी से डिहरी रोहतास और शिवम धाकड़ को मोतिहारी से दानापुर पटना भेजा गया है.
खबरों के मुताबिक, बिहार में जुलाई के पहले 10 दिनों में ही करीब 30 लोगों की हत्या की वारदातें हो चुकी हैं. राजधानी पटना में एक के बाद एक हत्या की कई घटनाएं हुई हैं. गांधी मैदान इलाके में 4 जुलाई को कारोबारी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके अगले दिन खगौल में निजी स्कूल संचालक अजीत यादव को गोली मारी गई थी.