अमेरिका की एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि भारत के साथ अमेरिका का रक्षा संबंध और सहयोग राष्ट्रपति जो बाइडेन के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान जारी रहेगा. अमेरिकी वायु सेना की उप सचिव (अंतरराष्ट्रीय मामले) केली एल सेबोल्ट ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत को अमेरिका का प्रमुख रक्षा भागीदार घोषित करना एक मील का पत्थर था. इसकी घोषणा पूर्ववर्ती सरकार के दौरान की गयी थी। हम अपने सहयोग को और प्रगाढ़ करना चाहते हैं.''
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अमेरिका में नए प्रशासन के साथ रक्षा संबंधों में ‘‘संभावित'' बदलाव के बारे में पूछे गए सवाल पर सेबोल्ट ने कहा, उनकी आकांक्षा है कि यह प्रगाढ़ सहयोग जारी रहे क्योंकि ‘‘दोनों देशों के कई आपसी हित हैं और हम सुरक्षित और मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र चाहते हैं.'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारी आकांक्षा है कि यह प्रगाढ़ संबंधी जारी रहे तथा हम और करीबी संबंध चाहेंगे... (अमेरिकी) रक्षा मंत्री लॉयड जे ऑस्टिन ने सबसे पहले भारत के अपने समकक्ष (रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह) से बात की. यह हमारे संबंधों को बयां करता है.''
अमेरिकी सरकार का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल और रक्षा उद्योग के प्रतिनिधि ‘एरो इंडिया 2021' में हिस्सा ले रहे हैं. भारत में मिशन प्रभारी डोन हेफलिन ने भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग पर कहा कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘रक्षा क्षेत्र में अमेरिका, भारत का विश्वस्त भागीदार है। अमेरिका ने भारत को दुनिया के बेहतरीन रक्षा उपकरणों की पेशकश की है. हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है और हमारा दृष्टिकोण नियमों के पालन वाली व्यवस्था कायम करना और सभी देशों की सुरक्षा, समृद्धि को बढ़ावा देना है.''