हिन्दुस्तान का दिल' कहे जाने वाले और भारत के बीचोंबीच बसे मध्य प्रदेश राज्य में कुल 29 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है भोपाल संसदीय सीट, यानी Bhopal Parliamentary Constituency, जो अनारक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 2142861 मतदाता थे. उस चुनाव में BJP प्रत्याशी साधवी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 866482 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में साधवी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 40.44 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 61.51 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर INC प्रत्याशी दिग्विजय सिंह दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 501660 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 23.41 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 35.61 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 364822 रहा था.
इससे पहले, भोपाल लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1957241 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में BJP पार्टी के प्रत्याशी आलोक संजर ने कुल 714178 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 36.49 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 63.19 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे INC पार्टी के उम्मीदवार पीसी शर्मा (प्रकाश मांगीलाल शर्मा), जिन्हें 343482 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 17.55 प्रतिशत था और कुल वोटों का 30.39 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 370696 रहा था.
उससे भी पहले, मध्य प्रदेश राज्य की भोपाल संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1461714 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से BJP उम्मीदवार कैलाश जोशी ने 335678 वोट पाकर जीत हासिल की थी. कैलाश जोशी को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 22.96 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 50.95 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर INC पार्टी के उम्मीदवार सुरेंद्र सिंह ठाकुर रहे थे, जिन्हें 270521 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 18.51 प्रतिशत था और कुल वोटों का 41.06 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 65157 रहा था.