केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पार्टी के 'शहजादे' राहुल गांधी ने चुनाव अभियान की शुरुआत 'भारत जोड़ो यात्रा' से की थी, मगर इसका समापन अगली चार जून को 'कांग्रेस ढूंढो यात्रा' से होगा. शाह ने बरेली से भाजपा उम्मीदवार छत्रपाल गंगवार के समर्थन में आयोजित एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा, ''हमारे सामने यह घमंडिया गठबंधन ‘इंडी' चुनाव लड़ रहा है. इनके शहजादे राहुल बाबा ने चुनाव की शुरुआत ‘भारत जोड़ो' यात्रा से की थी. परंतु, मैं आज बरेली में कहकर जा रहा हूं कि शुरुआत ‘भारत जोड़ो' यात्रा से की गई थी, मगर चार जून के बाद ‘कांग्रेस ढूंढो' यात्रा से इसका समापन होने वाला है.''
अमित शाह ने दावा किया, ''दो चरण के चुनाव में कांग्रेस दूरबीन से भी नजर में नहीं आ रही है और नरेंद्र मोदी सेंचुरी मारकर 400 की दौड़ में बहुत आगे निकल गए हैं.''
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा, ''यह चुनाव नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का चुनाव है. यह चुनाव हमारे देश के अर्थ तंत्र को संसार का तीसरे नंबर का अर्थ तंत्र बनाने का चुनाव है. यह चुनाव तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का चुनाव है. यह चुनाव आतंकवाद और नक्सलवाद को समाप्त करने का चुनाव है.''
गृह मंत्री ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का जिक्र करते हुए इस मुद्दे पर भी कांग्रेस की आलोचना की. उन्होंने आरोप लगाया, ''70 साल से कांग्रेस राम मंदिर के मसले को अटका रही थी, भटका रही थी, लटका रही थी. आपने नरेंद्र मोदी को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनाया, तब मोदी ने पांच ही साल में केस भी जीता, भूमि पूजन भी किया और 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा करके जय श्री राम कर दिया.''
केन्द्रीय गृह मंत्री ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर आरोप लगाया, ''अखिलेश जी खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं और सोनिया जी बेटे (राहुल गांधी) को प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं. जो अपने बेटे, बेटी, पत्नी, भाई, भतीजे को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बनाने के लिए राजनीति में हो, वह बरेली के युवाओं का भला कैसे कर सकता है? उनका भला केवल और केवल गरीब घर से आए हुए नरेंद्र मोदी कर सकते हैं.''
अमित शाह ने कहा कि सपा के शासन में पूरे उत्तर प्रदेश में देसी कट्टे बनाने के कारखाने थे. आज कट्टों की जगह उत्तर प्रदेश में तोप और मिसाइल बनाने का कारखाना लगा है, जो 'पाकिस्तान पर गोले बरसाने का काम करेंगे.'
गृह मंत्री ने आरोप लगाया, ''उत्तर प्रदेश में जहां वाहन चोरी का कुटीर उद्योग चलता था, वहीं अब, उसकी जगह भाजपा के शासन में वाहन बनाने की फैक्टरियां लग रही हैं. यहां के बेरोजगार युवा चेन झपटमारी कर रहे थे, उसकी जगह आज चिकित्सा उपकरण बनने का काम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हो रहा है. काशी विश्वनाथ का गलियारा औरंगजेब तोड़कर गया था, तबसे यह जस का तस पड़ा हुआ था. मोदी ने बाबा काशी विश्वनाथ के गलियारे को बना कर बाबा को फिर से सम्मान देने का काम किया है.''
शाह ने कहा, 'आज मैं अखिलेश बाबू से पूछना चाहता हूं कि 10 साल तक सोनिया मनमोहन की सरकार थी. आपने उत्तर प्रदेश को क्या दिया? सोनिया मनमोहन की सरकार ने 10 साल में उत्तर प्रदेश को चार लाख करोड़ रुपये दिये. नरेंद्र मोदी ने 10 साल में उत्तर प्रदेश को 18 लाख करोड़ रूपये दिये.'
गृह मंत्री ने बदायूं में भी एक रैली को सम्बोधित किया. उन्होंने सरकार द्वारा धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए कहा, ''महाकाल का दरबार हो, केदारनाथ धाम हो या बद्रीनाथ धाम हो ,मोदी ने आस्था के स्थलों को और ऊर्जावान बनाया है. क्या सपा, बसपा और कांग्रेस ऐसा करेगी?..यह केवल भाजपा ही कर सकती है.''
अमित शाह ने कहा कि जब वह अनुच्छेद 370 को खत्म करने के लिए विधेयक लाने के लिए खड़े हुए तो 'दो लड़के' अखिलेश और राहुल इसके विरोध में खड़े हो गये और कहा कि इससे वहां खून-खराबा होगा. शाह ने कहा, ''अब वहां किसी में पत्थर फेंकने की हिम्मत नहीं है. लाल चौक पर, जहां कोई नहीं जा सकता था..अब कृष्ण जन्माष्टमी का जुलूस निकाला गया.' उन्होंने यह भी कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में वोट बैंक खिसकने के डर से आतंकवाद का मुकाबला करने का साहस नहीं था. शाह ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की दादी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 'गरीबी हटाओ' का नारा दिया था, लेकिन इसके लिये कुछ किया नहीं और अब मोदी सरकार द्वारा मुफ्त राशन सहित कई योजनाएं शुरू की गईं हैं.
गृह मंत्री ने कोविड वैक्सीन पर विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि राहुल और अखिलेश ने इसे 'मोदी की वैक्सीन' कहा और कोविड काल पर राजनीति की. शाह ने दावा किया, ''अखिलेश ने खुद रात में जाकर डिंपल भाभी के साथ कोविड का टीका लिया.'' बरेली और बदायूं में तीसरे चरण में सात मई को मतदान होगा.