कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने बीमारी से तंग आकर आत्महत्या कर ली. खुदकुशी के लिए इंजीनियर ने इंजीनियरिंग टेकनीक का इस्तेमाल किया. उसने अपनी बंद कार में जहरीली गैस की सिलेंडर खोल ली. गैस के चलते दम घुटने से उसकी मौत हो गई. सुसाइड से पहले इंजीनियर ने एक पेपर पर मैसेज लिखकर उसे अपनी कार के बाहर चिपका दिया था. पेपर पर लिखा था- 'कार का दरवाजा पुलिस ही खोले, क्योंकि अंदर ज़हरीली गैस है.'
मामला बेंगलुरु शहर के उत्तरी हिस्से के महालक्ष्मी लेआउट का है. 52 साल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर विजय कुमार काफी दिनों से बीमार चल रहे थे. रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें दिल्ली की बीमारी थी. इससे वह डिप्रेशन में आ गए थे. सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी बीमारी और जिंदगी से तंग आने की बात कही है. पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
पुलिस के मुताबिक, विजय कुमार सोमवार को दफ्तर के लिए घर से निकले थे, लेकिन ऑफिस जाने के बजाय उन्होंने एक पार्क के पास अपनी कार खड़ी की. पुलिस के मुताबिक, विजय कुमार ने रास्ते से जहरीली गैस सिलेंडर खरीदी थी. उन्होंने कार को बाहर से बेडशीट से ढक दिया. फिर जहरीली गैस का नॉब ऑन कर दिया, जिससे हरीली गैस कार में फैल गई. कुछ ही देर में दम घुटने से उनकी मौत हो गई.
राहगीरों को पार्क के पास खड़ी बेडशीट से ढकी कार पर शक हुआ, तो उन्होंने पुलिस को खबर दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने कार का दरवाजा खोला और विजय को फौरन अस्पताल लेकर गई. लेकिन, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. डीसीपी नॉर्थ बेंगलुरु वी पाटिल के मुताबिक कार से सुसाइड नोट मिला है. पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.
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