बेंगलुरु के करीब 44 स्कूलों को शुक्रवार सुबह-सुबह एक ईमेल मिला. इसमें धमकी दी गई है कि स्कूल परिसर में बम रखा गया है. इसके तुरंत बाद पुलिस को सूचना दी गई... अफरा-तफरी के माहौल में पुलिस सभी स्कूलों की तलाशी ले रही है, लेकिन अभी तक कुछ नहीं मिला है. यह फर्जी कॉल जैसा लग रहा है, लेकिन पुलिस तलाश जारी रखे हुए है. बता दें कि पिछले साल भी बेंगलुरु के कई स्कूलों को इसी तरह की ईमेल से धमकियां मिली थीं, लेकिन वे सभी अफवाह निकलीं.
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा, "हम ईमेल के स्रोत की पुष्टि कर रहे हैं. हम इसे गंभीरता से ले रहे हैं. मैंने प्राथमिकता के आधार पर इसकी जांच करने के लिए पुलिस को सूचित कर दिया है."
बेंगलुरु स्थित कम से कम 44 निजी विद्यालयों को शुक्रवार को सुबह एक ई-मेल मिला, जिसमें विद्यालय परिसरों में बम होने का दावा किया गया है. पुलिस ने यह जानकारी दी... यह ई-मेल मिलने के बाद स्कूल के कर्मचारी और छात्रों के अभिभावक बेहद घबरा गए. पुलिस ने बताया कि स्कूल प्राधिकारियों ने पुलिस को तत्काल इसकी जानकारी दी, जिसके बाद वह बम निरोधक दस्ते और तोड़फोड़ रोधी जांच दल के साथ संबंधित संस्थानों में पहुंची. उसने बताया कि छात्रों और कर्मचारियों को स्कूल परिसरों से तुरंत बाहर निकाल लिया गया और अभी तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है.
छात्रों के माता-पिता को घटना के बारे में जैसे ही पता चला, वे बेहद घबरा गए और अपने बच्चों को सुरक्षित घर वापस लाने के लिए स्कूल भागे. ऐसे में बेंगलुरु के एक स्कूल ने बम की धमकी मिलने की जानकारी स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावकों को भी दी है. स्कूल ने बताया, "आज स्कूल प्रशासन एक अप्रत्याशित परिस्थिति का सामना कर रहा है. स्कूल में बम होने की धमकी मिली है. छात्रों की सुरक्षा हमारे लिये सर्वोपरि है. इसलिए हमने निर्णय लिया है कि छात्रों को तुरंत स्कूल से बाहर निकाला जाए. सुरक्षाबलों की सलाह पर छात्रों को घर भेजा जा रहा है."
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "ईमेल में दावा किया गया है कि स्कूल परिसरों में विस्फोटक रखे गए हैं. हमें कमान केंद्र से एक फोन कॉल आया और हमने अपने दलों को शहर के विभिन्न हिस्सों में स्थित विद्यालयों में भेजा. स्कूल परिसरों से सभी छात्रों और कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है और गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है." उन्होंने कहा कि अभी तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है और प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि यह एक फर्जी संदेश है. उन्होंने कहा कि अभिभावकों को घबराने की जरूरत नहीं है और पुलिस दल मौके पर तैनात हैं.
पुलिस ने बताया कि पिछले साल भी कुछ शरारती तत्वों ने बेंगलुरु के विद्यालयों में बम होने का दावा करते हुए इसी प्रकार के ईमेल भेजे थे, जो बाद में एक अफवाह साबित हुए. कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने उन विद्यालयों में से एक स्कूल का दौरा किया जहां बम होने का दावा किया गया है. उन्होंने स्कूल और पुलिस से स्थिति की जानकारी ली.
उन्होंने कहा, "टीवी पर समाचार देखकर मैं थोड़ा परेशान हो गया था, क्योंकि कुछ ऐसे विद्यालयों का जिक्र किया गया है, जिन्हें मैं जानता हूं और जो मेरे घर के पास हैं, इसलिए मैं स्थिति का पता लगाने बाहर गया. पुलिस ने मुझे मेल दिखाया है। प्रथम दृष्टया यह फर्जी प्रतीत हो रहा है. मैंने पुलिस से बात की... लेकिन हमें सतर्क रहना चाहिए. माता-पिता चिंतित हैं, लेकिन चिंता करने की जरूरत नहीं है। पुलिस इसकी जांच कर रही है."
शिवकुमार ने माता-पिता से चिंता न करने की अपील की और कहा कि उनके बच्चे सुरक्षित रहेंगे. उन्होंने कहा कि कुछ शरारती लोगों ने ऐसा किया होगा. हम 24 घंटे में उन्हें पकड़ लेंगे. अपराध शाखा पुलिस सक्रिय है, वे अपना काम कर रहे हैं... हमें भी सतर्क रहना चाहिए और लापरवाही नहीं करनी चाहिए.
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