पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने पंचायत चुनाव से पहले हिंसा की मार झेल रहे साउथ 24 परगना का दौरा किया. उधर, कलकत्ता हाईकोर्ट ने कई जिलों में हिंसा को लेकर 48 घंटे में केंद्रीय सुरक्षा बल की तैनाती के आदेश दिए. गुरुवार को दक्षिण 24 परगना के भांगर में हिंसा हुई थी. कल पंचायत चुनाव में नामांकन का आख़िरी दिन था. नामांकन के दौरान दक्षिण 24 परगना, बीरभूम, बांकुरा में हिंसा हुई थी.
राज्यपाल ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि चुनाव में जीत मतों की गिनती पर आधारित होनी चाहिए न कि शवों की संख्या पर. बोस ने हिंसा के मुख्य केंद्र रहे भंगोर में बिजॉयगंज बाजार का भी दौरा किया और स्थानीय लोगों एवं जिला पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों से बात की.
राज्य में पंचायत चुनाव को लेकर नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन बृहस्पतिवार को हुई हिंसा में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए और हिंसा के अधिकतर मामले दक्षिण पूर्व कोलकाता से करीब 25 किलोमीटर दूर भंगोर से सामने आए हैं जहां दो लोग मारे गए हैं. नामांकन दाखिल करने के दौरान हुई हिंसा से संबंधित मामले में उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा में एक व्यक्ति की मौत हुई है.
हिंसा के कारण विपक्षी दलों मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्ष पर हिंसा को अंजाम देकर राज्य को बदनाम करने की कोशिश का आरोप लगाया.
पंचायत चुनाव में लगभग 75 हजार सीटों पर होने वाले मतदान के लिए 5.67 करोड़ मतदाता पंजीकृत हैं. बुधवार तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, पहले कुछ दिन में नामांकन दाखिल करने में विपक्ष के पीछे रही टीएमसी ने लगभग 50,000 सीटों पर नामांकन दाखिल किया है, जबकि भाजपा ने लगभग 46,000, माकपा और कांग्रेस ने क्रमशः 38,000 और 11,000 सीटों पर नामांकन किया है.
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