"किन्हीं भी हालात के लिए रहें तैयार" : ओमिक्रॉन के खतरे पर बोले AIIMS प्रमुख डॉ रणदीप गुलेरिया

डॉ. गुलेरिया ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य देशों में कोरोना के बढ़ते ग्राफ पर हमें सतर्क नजर रखनी होगी. यह समझदारी भरा कदम होगा कि हम पहले ही ऐसी किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए खुद को तैयार रखें.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
नई दिल्ली:

एम्स प्रमुख डॉ. रणदीप गुलेरिया (AIIMS Chief Dr. Randeep Guleria) ने कहा है कि देश को किसी भी हालात का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए. देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron) समेत कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच डॉ. गुलेरिया ने ये चेतावनी दी है. भारत में अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट के 150 से ज्यादा केस दर्ज हो चुके हैं. कोरोना का यह नया वैरिएंट बेहद संक्रामक माना जाता है. दुनिया भर में इस वैरिएंट के हजारों की संख्या में मामले सामने आ रहे हैं.

ब्रिटेन में तो रविवार को ओमिक्रॉन वैरिएंट के दस हजार के करीब केस सामने आए हैं. ब्रिटेन में बढ़ते मामलों का ही हवाला देते हुए गुलेरिया ने कहा कि हमें भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना होगा. ब्रिटेन में हर रोज करीब एक लाख केस सामने आ रहे हैं. डॉ. गुलेरिया ने कहा कि हमें ओमिक्रॉन पर अभी डेटा की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य देशों में कोरोना के बढ़ते ग्राफ पर हमें सतर्क नजर रखनी होगी. यह समझदारी भरा कदम होगा कि हम पहले ही ऐसी किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए खुद को तैयार रखें. डब्ल्यूएचओ का कहना है कि ओमिक्रॉन का दुनिया में सबसे पहले पता साउथ अफ्रीका में चला था.

9 नवंबर को पहली बार इस वैरिएंट (B.1.1.529 ) का नमूना लिया गया था, जिसकी पुष्टि 25 नवंबर को हुई थी. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 26 नवंबर को कोविड-19 के इस वैरिएंट को (B.1.1.529) नाम दिया गया था. फिर ओमिक्रॉन को वैरिएंट ऑफ कंसर्न दिया गया था. 

Featured Video Of The Day
Delhi Name Change: क्या बदल जाएगा दिल्ली का नाम? | Delhi News | Indraprastha | NDTV India
Topics mentioned in this article