- बरेली में आई लव मोहम्मद कैंपेन के बाद हुई हिंसा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाई का ऐलान किया है.
- फैजान सकलेनी और मुनीर इदरीसी को पुलिस ने सीसीटीवी और फेस रेकग्निशन से पहचान कर गिरफ्तार किया.
- बरेली विकास प्राधिकरण ने अवैध निर्माण रज़ा पैलेस बैंक्वेट हॉल को बुलडोजर से ध्वस्त किया है.
आई लव मोहम्मद कैंपेन किसने बनाया या चलाया, ये तो अब तक नहीं पता. हां, इसके चलते देश भर में कुछ लोगों ने माहौल खराब करने की कोशिश जरूर की. बरेली में तो जमकर हिंसा हुई. हिंसा के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने साफ-साफ कहा कि गजवा-ए-हिन्द भारत की धरती पर नहीं होगा. जो भी उपद्रव करेगा, उसको जहन्नुम का टिकट कटवा कर दे दिया जाएगा. अगर किसी ने त्योहारों के उत्सव के बीच किसी ने उपद्रव करने की कोशिश की, तो उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी कि उनकी आने वाली पीढि़यां भी इसे याद रखेंगी. जो लोग इस मानसिकता के साथ जी रहे हैं कि अराजगकता उनका जन्मसिद्ध अधिकार है, तो उनको अपनी गलतफमी दूर कर लेनी चाहिए. वो समय गया, ऐसे लोगों को राज्य सरकार बर्दाश्त किया करती थी. सीएम योगी की ये बात अब जमीन पर दिखाई भी देने लगी है.
'सिर तन से जुदा' वाला पकड़ा गया
आज ही बरेली में उपद्रव के दौरान 'सिर तन से जुदा' के विवादास्पद नारे लगाने वाला फैजान सकलेनी और तौकीर रजा का मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी पकड़ा गया. इनको पकड़ने के लिए बरेली पुलिस ने करीब 2000 से ज़्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले फिर फेस रिग्नीशन सिस्टम से इनकी पहचान की. मुनीर इदरीसी ने ही बीती 26 तारीख को प्रेम नगर इलाके में भीड़ को भड़काया फिर उसे लेकर कोतवाली की तरफ मार्च किया था. मुनीर अकरम इत्तेहाद मिल्लत कौंसिल पार्टी का प्रवक्ता होने के चलते मीडिया और अख़बारों में पार्टी की तरफ़ से बोलता था.
कई घंटों चले बुलडोजर
मगर आज एक और कार्रवाई हुई. बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) और जिला प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को बुलडोजर चलाकर हिंसा के एक आरोपी के स्वामित्व वाले ‘रज़ा पैलेस' बैंक्वेट हॉल को ध्वस्त कर दिया. बरेली के जिलाधिकारी (डीएम) अविनाश सिंह की देखरेख में यह कार्रवाई शनिवार सुबह शुरू हुई और कई घंटों तक चली. अधिकारियों के अनुसार, किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए तोड़फोड़ से पहले पूरे इलाके की बिजली काट दी गई थी.
पुलिस अधीक्षक (नगर) मानुष पारीख के नेतृत्व में पुलिस और पीएसी के जवानों की एक बड़ी टीम ने इलाके की घेराबंदी की. दोपहर के करीब तीन बुलडोजर मौके पर पहुंचे और तोड़फोड़ शुरू करने के लिए मुख्य द्वार तोड़ दिया. बीडीए की टीम को परिसर को सील करने से पहले बैंक्वेट हॉल के अवैध हिस्सों को गिराने में लगभग तीन घंटे लगे. बीडीए के उपाध्यक्ष मणिकंदन ए. ने कहा कि इमारत का निर्माण स्वीकृत मानदंडों का उल्लंघन करके किया गया था. उन्होंने स्पष्ट किया, ‘‘कार्रवाई पूरी तरह से कानूनी प्रक्रिया के अनुसार की गई है. यह किसी व्यक्ति को निशाना बनाकर नहीं की गई है.'' आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ‘रज़ा पैलेस' नामक बैंक्वेट हॉल डॉ. नफीस का था, जिन्हें मौलाना तौकीर रज़ा खान का करीबी माना जाता है. नफीस को हाल ही में हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.
इस बीच, बरेली नगर निगम के अधिकारियों ने शनिवार को शहर के सैलानी इलाके में 15 से ज़्यादा दुकानों से अतिक्रमण हटा दिया. बरेली के नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने बताया कि शनिवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान नगर निगम की टीम ने बटलर प्लाजा मार्केट में अतिक्रमण हटाया. सड़क पर लगे ठेलों और अवैध निर्माणों को हटाकर मार्ग को पूरी तरह से खाली कराया गया. मौर्य ने बताया कि अतिक्रमण के कारण अक्सर जाम और यातायात समस्याएं बनती हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए यह अभियान चलाया गया है.
नफीस सहित तौकीर रजा गिरफ्तार
इससे पहले इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा को पुलिस ने रविवार को गिरफ़्तार किया. पुलिस/प्रशासन ने उन्हें 26 सितंबर की हिंसा का ‘मास्टरमाइंड' बताया है और कई FIRs में नामजद किया है. उनके रिश्तेदार मोहसिन रज़ा से जुड़े एक ई-रिक्शा चार्जिंग सेंटर पर भी नगरपालिका-बिजली विभाग की संयुक्त कार्रवाई हुई. प्रशासन का कहना है कि भीड़ जुटाने की तैयारी पहले से थी और नमाज़ के समय में बदलाव कर लोगों को इस्लामिया ग्राउंड की ओर मोड़ा गया.
कौन है नदीम ख़ान
पुलिस के मुताबिक नदीम ख़ान तौकीर रज़ा के क़रीबी हैं और भीड़ जुटाने व लॉजिस्टिक्स समन्वय में अहम कड़ी बताए जा रहे हैं. बरेली SSP अनुराग आर्य के हवाले से रिपोर्ट्स में कहा गया कि हिंसा से पहले अपील लेटर्स/मेसेज के ज़रिये लोगों को लामबंद किया गया. नदीम पहले से जेल भेजे जा चुके हैं. प्रशासन ने ड्रोन फुटेज व वीडियो विश्लेषण के आधार पर आरोपियों की शिनाख्त तेज़ की है और केस में बाहरी अपराधी तत्वों की मौजूदगी का भी ज़िक्र किया है. नदीम इन सभी धागों में केंद्रीय शख्स के तौर पर सामने आते हैं.
कौन है नफ़ीस खान
नफीस मौलाना तौकीर का क़रीबी बताया जाता है. उसे पुलिस ने बुधवार को उसके बेटे फ़रमान समेत गिरफ़्तार कर जेल भेजा. पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी से पहले मुठभेड़ हुई, जिसमें नफ़ीस और फ़रमान दोनों पैरों में घायल हुए. SSP अनुराग आर्य ने बताया कि अब तक दर्जनों गिरफ्तारियां हुई हैं और वीडियो/रिकॉर्डिंग के आधार पर और आरोपियों की तलाश जारी है. प्रशासन का आरोप है कि भीड़ जुटाने, रूट तय करने और सोशल मीडिया मैसेजिंग में नफ़ीस की भूमिका की जांच हो रही है. यह गिरफ्तारी उसी सख़्त कार्रवाई का हिस्सा है जिसमें 10 FIRs में 125 नामजद और हज़ारों अज्ञात शामिल बताए गए हैं.
इदरीस उर्फ़ बोरा कौन है
इदरीस उर्फ़ बोरा को CB गंज इलाक़े में एनकाउंटर के बाद पकड़ा गया. पुलिस के अनुसार, बरेली उपद्रव के दौरान एक कांस्टेबल की एंटी-रायट गन छीन ली गई थी. बुधवार तड़के बुण्डिया नहर के पास ऑपरेशन में पुलिस ने इदरीस को दबोचते हुए वही सरकारी हथियार, दो देसी पिस्तौल, कारतूस, बाइक और मोबाइल बरामद किए. SSP के मुताबिक इदरीस पर चोरी-डकैती व गैंगस्टर/आर्म्स एक्ट समेत 20 से अधिक केस दर्ज हैं. पूछताछ में सामने आया कि उसे नदीम ख़ान ने बुलाया था और वह खलील तिराहा के आसपास पुलिस पर हमले में सक्रिय था. मेडिकल के बाद उसे जेल भेजा गया.
इक़बाल उर्फ बुंदन खान कौन है
इक़बाल उर्फ़ बुंदन ख़ान को भी उसी एनकाउंटर में इदरीस के साथ पकड़ा गया. पुलिस का कहना है कि इक़बाल के ख़िलाफ़ भी 17 मुक़दमे दर्ज हैं और वह इदरीस के साथ हिंसा के दौरान मौजूद था. बरामदगी में दो देसी तमंचे, कारतूस और लूटी गई एंटी-रायट गन शामिल हैं. प्रशासन का दावा है कि इदरीस-इक़बाल जैसे बाहरी ‘हिस्ट्रीशीटर' भी भीड़ में घुसे और पुलिस पर हमला किया. ड्रोन विजुअल्स जारी कर पुलिस ने भीड़ के टकराव और उसके बाद हुए लाठीचार्ज का क्रम सार्वजनिक किया है. एनकाउंटर में पैरों में गोली लगने के बाद दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.