महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) को बड़ी संख्या में लोगों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की मौजूदगी में रविवार रात कड़ी सुरक्षा के बीच राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया गया. बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया और कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. इस मर्डर केस में 5 नाम सामने आ रहे हैं. जिनमें शिव कुमार गौतम, मोहम्मद जिशान अख्तर, शुभम लोनकर, गुरमैल सिंह और धर्मराज कश्यप प्रमुख किरदार बताए जा रहे हैं.
शिव कुमार गौतम और जीशान अख्तर की है तलाश
मुंबई क्राइम ब्रांच की रिमांड कॉपी के मुताबिक, बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में दो आरोपी फरार हैं, जिनमें एक का नाम शिव कुमार और दूसरे का नाम जीशान है. रिमांड कॉपी के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी गुरनैल बलजीत सिंह की उम्र 23 साल है. वह हरियाणा के कैथल जिले के नरड़ गांव का रहने वाला है. वहीं, दूसरे गिरफ्तार आरोपी धर्मराज राधे कश्यप की उम्र 19 साल है. वह उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है. शिवकुमार गौतम और मोहम्मद जीशान अख्तर की तलाश की जा रही है. रिमांड कॉपी में दोनों की आधिकारिक गिरफ्तारी 13 अक्तूबर दोपहर डेढ़ बजे दिखाई गई है. बताया गया है कि इससे पहले उन्हें हिरासत में लिया गया था. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों के पास से दो पिस्टल मैगजीन, 28 जिंदा कारतूस, एक अन्य मैगजीन, चार मोबाइल फोन, दो आधार कार्ड बरामद किए गए हैं.
यूपी का रहने वाला है शिव कुमार और धर्मराज
धर्मराज और शिव कुमार दोनों ही उत्तर प्रदेश के बहराइच के रहने वाले हैं. यूपी के शिव कुमार और धर्मराज का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं रहा है. शिव कुमार की मां ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जब में सुबह जगी तो अपने काम में लगी थी उसी समय पता चला कि मुंबई में मेरा बेटा फंस गया है. मेरा बेटा पुणे में रहता था. मैंने सवाल किया कि वो लोग तो पुणे में रहते थे मुंबई कैसे पहुंच गए? शिवा मेरा बड़ा बेटा है वो होली के 8 दिनों के बाद यहां से गया था. पहले कभी भी कोई अपराध उसने नहीं किया था.
धर्मराज की मां ने बताया कि पुलिस आयी थी. पुलिस ने पूछा कि तुम्हारा लड़का कहां है? मैंने बताया कि पुणे में है. उन्होंने कहा कि कुछ सुना है उसे लेकर. मैने बताया कि नहीं मुझे नहीं पता है. मेरी लड़के से बात नहीं हुई है. पुलिस लिखकर ले गयी है.
शुभम लोणकर की तलाश जारी
अपराध शाखा के अधिकारी के अनुसार, प्रवीण और शुभम ने दो कथित शूटर को हत्या का काम सौंपा था, जिनमें से एक उत्तर प्रदेश का निवासी है और दूसरे का नाम शिवकुमार गौतम है.अधिकारी ने बताया कि पुलिस शुभम लोणकर की तलाश में पुणे गई थी, लेकिन वह वहां नहीं मिला. इसके बाद, पुलिस ने उसके भाई प्रवीण को अपराध में कथित संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार कर लिया. शुभम लोणकर ने ही फेसबुक पोस्ट डालकर घटना की जिम्मेदारी ली थी.
गुरमैल सिंह का रहा है आपराधिक इतिहास
गुरमैल सिंह हरियाणा के कैथल के गांव नरड का रहने वाला है. बुजुर्ग के नाम पर उसके परिवार में मात्र एक दादी रहती हैं. गुरमेल की दादी ने आईएएनएस के साथ बातचीत में बताया कि वह 11 साल पहले ही गुरमेल को अपने परिवार से बेदखल कर चुकी हैं. गुरमेल की दादी 60 वर्षीय फूली देवी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, वह मेरा पोता लगता है. लेकिन अब वह मेरा कुछ नहीं लगता है. 11 साल से हमने उसको परिवार से बेदखल कर दिया था. तब से वह हमारा कुछ नहीं लगता है. अब चाहे तो कोई उसको मारे या फिर छोड़े, हमारा उससे कोई लेना-देना नहीं है. उसका चार-पांच महीने से हमें कोई अता-पता नहीं है. तब से उसका न कोई फोन आया है और न ही वह घर आया है.
जानकारी अनुसार आरोपी के मां-बाप की मृत्यु हो चुकी है और लंबे समय से अपने गांव में नहीं रह रहा था. गुरमेल की दादी ने बताया कि घर में केवल वह और उनका एक पोता रहता है. जानकारी के मुताबिक आरोपी गुरमेल कैथल साल 2022 में एक युवक की हत्या करने के मामले में कैथल जेल में बंद था.
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