राम मंदिर मामला: मध्यस्थता पैनल ने सुझाया ऐसा रास्ता जिसमें हिंदू औऱ मुस्लिम दोनों पक्षों की होगी 'जीत'

राममंदिर मामले में सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त मध्यस्थता पैनल द्वारा सुझाई गई समझौता योजना हिंदुओं और मुसलमानों दोनों के लिए ही जीत वाली स्थिति होगी.

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40 दिन के बाद सुनवाई हुई पूरी
नवंबर में आना है फैसला
शाहिद रिजवी बोले- फैसले पर दोनों पक्ष होंगे सहमत
नई दिल्ली:

राममंदिर मामले में सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त मध्यस्थता पैनल द्वारा सुझाई गई समझौता योजना हिंदुओं और मुसलमानों दोनों के लिए ही जीत वाली स्थिति होगी. सुन्नी वक्फ बोर्ड के अधिवक्ता शाहिद रिज़वी ने NDTV को बताया, “हमने मध्यस्थता पैनल को अपने विचार दिए हैं लेकिन हम अदालत में प्रस्तुत किए गए निपटारण योजना का खुलासा नहीं कर सकते हैं. यह सकारात्मक है और सभी लोग, हिंदू और मुसलमान खुश होंगे. ”

यह पूछने पर कि क्या दोनों पक्ष समझौते से खुश होंगे, रिज़वी ने कहा, "यह हिंदू और मुस्लिम दोनों के लिए एक जीत की स्थिति है."

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इसमें एक बड़ी ख़बर सामने आ रही है कि सुन्नी वक्फ़ बोर्ड सरकार को जमीन देने को तैयार हो गया है. साथ ही वक्फ बोर्ड दूसरी जगह मस्जिद बनाने के लिए भी तैयार है.

बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा है कि वह राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करेंगे और फैसले को चुनौती देने वाली कोई याचिका दाखिल नहीं करेंगे. इकबाल अंसारी ने कहा कि वह खुश हैं कि मामला अब अपने तार्किक अंजाम तक पहुंच रहा है.

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बता दें कि इससे पहले CJI रंजन गोगोई की अगुवाई वाली पांच जजों की बेंच ने इस मामले में 40 दिन तक सुनवाई करने के बाद दलीलें पूरी कर लीं. सुप्रीम कोर्ट नवंबर में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद फैसला सुनाएगा.

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