गोरखुपर गए सपा प्रतिनिधिमंडल को रोकने की कोशिश, नेता विपक्ष की गाड़ी रोक कर की नारेबाजी

सपा प्रमुख अखिलेश यादव के निर्देश पर गोरखपुर गए एक प्रतिनिधिमंडल को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरासत गलियारा से प्रभावित दुकानदारों और आम लोगों से मिलने जाने से रोकने की कोशिश की. एनडीटीवी को यूपी के नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने दी पूरी जानकारी.

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नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता विरोधी दल माता प्रसाद पांडेय बुधवार को गोरखपुर दौरे पर गए थे. वहां उनका विरासत गलियारा से प्रभावित हो रहे दुकानदारों और आम लोगों से मिलने का कार्यक्रम था. इस दौरान उन्हें बीजेपी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने रोकने का कई बार प्रयास किया. विरोध कर रहे लोग उनकी कार पर भी चढ़ गए थे. इस झड़प के दौरान नेता विपक्ष के काफिले में शामिल कुछ कारों को नुकसान भी पहुंचा है. नेता विपक्ष का विरोध कर रहे लोग उन्हें प्रभावित लोगों और दुकानदारों से मिलने से नहीं रोक सके. नेता विपक्ष ने लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनी और सरकार के समक्ष उनकी समस्याओं को रखने का आश्वासन दिया. 

नेता विपक्ष क्या करने गए थे गोरखपुर

इस घटना के बाद नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने एनडीटीवी से एक खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने गोरखपुर जाकर वहां बन रहे विरासत गलियारा से प्रभावित हो रहे दुकानदारों और आम लोगों से मिलने को कहा था. उन्होंने बताया कि पार्टी अध्यक्ष के निर्देश पर वो और विधान परिषद में नेता विपक्ष लालबिहारी यादव गोरखपुर गए थे. उन्होंने बताया कि हम प्रोटोकॉल के साथ जा रहे थे. उन्होंने बताया कि जब उनका काफिला गोरखपुर के पांडेय हाता पहुंचा तो गोरखपुर ग्रामीण के बीजेपी विधायक विपिन सिंह कुछ और लोगों के साथ वहां खड़े थे. इन लोगों ने सड़क पर बुलडोजर और ट्रक लगाकर रास्ता रोक दिया था और नारेबाजी कर रहे थे. इसके जवाब में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी जवाबी नारेजाबी की. इसके बाद भी रास्ता नहीं खुला. इस पर पुलिस ने दूसरे रास्ते से चलने का सुझाव दिया. 

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नेता विपक्ष ने बताया कि हमनें पुलिस के इस सुझाव का विरोध किया और दूसरे रास्ते से जाने से इनकार करते हुए लाल बिहारी यादव, गोरखपुर के सपा जिलाध्यक्ष और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ वहीं धरने पर बैठ गया. उन्होंने बताया कि करीब आधे घंटे बाद पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) ने सूचना दी कि रास्ता खुल गया है.  इस पर हम दुकानदारों से मिले. नेता विपक्ष को दुकानदारों ने बताया कि बिना नोटिस दिए उनकी दुकानें तोड़ी जा रही है और उचित मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है. नेता विपक्ष ने बताया कि कई दुकानदारों ने यह भी बताया कि हाई कोर्ट के स्टे के बाद भी उनकी दुकानें तोड़ दी गईं. 

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कितनी जगह हुआ नेता विपक्ष का विरोध

उन्होंने बताया कि वहां से जब हम आगे बढ़ें तो कुछ दूरी पर बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने फिर रोकने की कोशिश की. इस दौरान उन्हें काले झंडे भी दिखाए गए. उन्होंने बताया कि कुछ लोग उनकी गाड़ी के बोनट पर चढ़ गए थे. उन्होंने बताया कि इसी तरह का प्रयास तीन जगह पर किया गया. नेता विपक्ष ने बताया कि हम लोग जिस उद्देश्य से गए थे, वह इस विरोध के बाद भी पूरा हुआ. हमने लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं जानीं. 

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