अस्थमा के मरीजों ( asthma patients) और सांस लेने में तकलीफ की गंभीर समस्या का सामना कर रहे मरीजों के इलाज में इस्तेमाल एक दवा को कोरोना के पेशेंट के उपचार में भी इस्तेमाल की मंजूरी दी जा सकती है. महाराष्ट्र कोविड टॉस्क पोर्स इस बारे में गंभीरता से विचार कर रहा है.
महाराष्ट्र में कोरोना की महामारी से निपटने के लिए बनी कोविड टॉस्क फोर्स के सदस्य और शीर्ष चिकित्सक ने ये जानकारी दी है. टॉस्कफोर्स के सदस्य डॉ. राहुल पंडित ने कहा कि inhaled budesonide को कोरोना के मरीजों के लिए मंजूर दवाओं की सूची में शामिल किया जा सकता है. महाराष्ट्र सरकार की टॉस्कफोर्स मामूली और मध्यम लक्षण वाले COVID-19 मरीजों के इलाज में इस्तेमाल के लिए इसे मंजूरी दे सकती है. दरअसल, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा मेडिकल जर्नल लैंसेट रेस्पायरेटरी मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि यह दवा कोविड मरीजों को तुरंत आपात चिकित्सा सहायता की जरूरत को कम करती है.
यह अध्ययन करीब 140 मरीजों पर किया गया है. इसके नतीजे बेहद उत्साहजनक हैं. जिन्हें यह स्टेरॉयड दिया गया, वे कोरोना की महामारी से तेजी से उबरे. इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं दिखा. मुंबई के फोर्टिस हॉस्पिटल की क्रिटिकल केयर यूनिट के निदेशक पंडित ने कहा कि इसे इस्तेमाल करना मुश्किल नहीं होगा, क्योंकि इसकी सिफारिश सिर्फ मामूली और मध्यम लक्षण वाले मरीजों के लिए की गई है.