असम के कछार जिले में हिरासत से कथित तौर पर भागने की कोशिश के दौरान पुलिस की गोलीबारी में दो आरोपियों की मौत हो गयी. पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने रविवार को ये बताया है. कछार की पुलिस अधीक्षक रमनदीप कौर ने कहा कि दोनों आरोपियों में से कमरुल इस्लाम नामक एक आरोपी पर जबरन वसूली, अपहरण, डकैती और वाहन चोरी के मामलों में शामिल होने के गंभीर आरोप थे और वह जिले में 'मोस्ट वांटेड पर्सन' की सूची में शामिल था. एसपी के मुताबिक अमरुल हुसैन नामक एक अन्य आरोपी पर भी डकैती संबंधी आरोप थे.
पुलिस अधिकारी ने घटनाक्रम के बारे में कहा कि सिलचर सदर थाने की एक टीम भूमि विवाद मामले में वांछित एक व्यक्ति की तलाश में थी. रमनदीप कौर ने कहा, टीम जोरबाट इलाके में एक वाहन से आरोपी को पकड़ने में कामयाब रही. कई मामलों में वांछित एक अपराधी सहित कमरुल इस्लाम और अमरुल हुसैन को भी उसी वाहन से गिरफ्तार किया गया.
एसपी के मुताबिक इन तीनों को शनिवार रात पुलिस टीम दो वाहनों से सिलचर ला रही थी, तभी कमरुल इस्लाम और अमरुल हुसैन ने अंधेरे का फायदा उठाकर फरार होने की कोशिश की. पुलिस की एक टीम ने दोनों का पीछा किया और उन्हें रोकने के लिए गोलियां चलाईं. दोनों को शुरू में कलैन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
गौरतलब है कि मई 2021 में हिमंत बिस्व सरमा के असम का मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद से हिरासत से कथित तौर पर भागने के प्रयास के दौरान पुलिस की कार्रवाई में कम से कम 54 लोगों की मौत हो चुकी है और 139 घायल हुए हैं.